mainआलेख-राशिफल

success story Shweta Bharti:नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई कर बन गई आईएएस अफसर,जानिये बिहार की बेटी श्वेता भारती की सफलता की कहानी

success story Shweta Bharti:बिहार की बेटी श्वेता भारती ने यूपीएससी परीक्षा से पहले बीपीएससी परीक्षा भी पास कर ली थी, लेकिन उनका सपना आईएएस अफसर बनने का था और सिर्फ इसीलिए सरकारी नौकरी मिल जाने के बावजूद वह लगातार मेहनत करती रहीं। आईएएस श्वेता भारती की मेहनत का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि उन्होंने नौ घंटे की नौकरी के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की। बिहार की रहने वाली और बिहार कैडर में ही पोस्टेड आईएएस श्वेता भारती की सक्सेस स्टोरी सभी अभ्यर्थियों के लिए मिसाल है।


श्वेता भारती का जन्म बिहार के नालंदा जिले में हुआ था। उनका परिवार साधारण परिवेश वाला था। श्वेता भारती बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी होशियार थी। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई पटना के इशान इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल और टेलीकम्युनिकेशन में बीटेक की डिग्री हासिल की थी। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें देश की टॉप कंपनियों में शामिल विप्रो में नौकरी मिल गई थी।



यूपीएससी पास करने के लिए नौकरी के साथ की पढ़ाई

श्वेता भारती अपनी जिंदगी को लेकर बहुत स्पष्ट थी, उन्हें आईएएस अफसर ही बनना था इसीलिए उन्होंने प्राइवेट जॉब के साथ सरकारी नौकरी की तैयारी भी शुरू कर दी। विप्रो जैसी कंपनी में फ्रेशर को भी सालाना 4-5 लाख रुपये आसानी से मिल जाते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वह नौकरी छोडऩे का फैसला नहीं कर पाई। श्वेता भारती दिन में नौकरी करती थी और रात में पढ़ाई। इस तरह उन्होंने नौकरी के साथ लक्ष्य को हासिल करने का सपना पूरा किया।

65वीं परीक्षा में हासिल की 65वीं रैंक
श्वेता भारती ने 2020 में हुई बीपीएससी 65वीं परीक्षा में 65वीं रैंक हासिल की थी। इसके बाद उन्हें कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) के तौर पर सरकारी नौकरी मिल गई थी. बीपीएससी परीक्षा में पास हो जाने के बावजूद वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करती रहीं. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और 2021 में 356वीं रैंक के साथ उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली। श्वेता भारती यूपीएससी 2021 बैच की आईएएस ऑफिसर है और फिलहाल बिहार के भागलपुर में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर पोस्टेड हैं।

Back to top button