कर्तव्य निष्ठा और कठोर परिश्रम से अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करें – श्री गेहलोत
सहकारिता सम्मेलन रतलाम में आयोजित
रतलाम 2 अक्टूबर (इ खबरटुडे)।सहकारिता किसानों को समध्द बनाने के साथ ही सृष्टि को भी सुव्यवस्थित रूप से चलाने में महती भूमिका निभाता है। सहकारिता के माध्यम से सब एक दुसरे से जुडकर बेहतर लाभ अर्जित कर सकते हैं और स्वयं के साथ ही गॉव, क्षेत्र, प्रदेश और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उक्त उद्गार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के केबिनेट मंत्री थावरचंद्र गेहलोत में आज रतलाम में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में व्यक्त किये। उन्होनें इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आमजन से जुड़ी बैकिंग एवं बीमा योजनाओं को जन-जन तक पहुॅचाने के लिये बैंक के अधिकारियों से पूर्ण कर्तव्य निष्ठा और कठोर परिश्रम से अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करने की अपेक्षा की। सम्मेलन में विभिन्न हितग्राहियों को लाभ पत्र वितरित किये गये।
सहकारिता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्री गेहलोत ने कहा कि सहकारिता आंदोलन की जड़े देश में बहुत मजबुती से जमी हुई है। इसकी शुरूआत स्वतंत्रता के पहले हुई थी। महाराष्ट्र, कर्नाटक और अन्य राज्यों के साथ ही मध्यप्रदेश में भी सहकारिता के क्षेत्र में काम हुआ किन्तु वास्तविक गति मध्यप्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में अब दिखाई दे रही है। उन्होने बताया कि प्रदेश में केन्द्रीय सहकारी बैंके लाभ की स्थिति में चल रही है और सभी बैंके अच्छा कार्य करते हुए अधिकतम किसानों को लाभान्वित कर रही है। श्री गेहलोत ने कहा कि देश के विकास की गति की रफ्तार तभी परिलक्षित होती हैं जब सकल घरेलू आय और प्रति व्यक्ति आय में वृध्दि दिखाई देती है। इन कार्यो के लिये उन्होने प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। इसके लिये उन्होने प्रधानमंत्री जन धन बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से लाभान्वित होने की अपील की।
श्री गेहलोत ने गॉव में रहने वाले लोगों को कृषि के अलावा छोटे-छोटे रोजगार स्थापित करने के लिये प्रधानमंत्री द्वारा हाल ही में प्रारम्भ की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का अधिकतम लाभ लेने का आव्हान किया। उन्होने कहा कि मुद्रा योजनान्तर्गत तीन तरह की योजनाएॅ संचालित की जा रही है। शिशु योजना, किशोर एवं तरूण योजना। प्रधानमंत्री मुद्रा योजनान्तर्गत शिशु स्कीम में पचास हजार रूपये तक का ऋण, किशोर स्कीम में पॉच लाख रूपये तक का ऋण एवं तरूण स्कीम में दस लाख रूपये दिये जाने का प्रावधान किया गया है। इन योजनाओं का लाभ लेकर स्वयं का रोजगार स्थापित करने के इच्छुक व्यक्ति अपना उद्योग स्थापित कर सकते है।उन्होने कहा कि अब हितग्राहियों को पात्रता होने पर बैंक लोन देने से मना नहीं कर सकेगे।
श्री गेहलोत ने तमाम सारी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिये गॉवों में, पंचायतों में, सोसायटी स्तर पर नियमित रूप से केम्प लगाकर ऋण वितरित करने के निर्देश दिये है।उन्होने कहा हैं कि कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर द्वारा चलाये गये उल्लेखनीय साधिकार अभियान की दर्ज पर ही केम्प लगाकर व्यक्तियों को चिन्हित कर लाभान्वित किया जायें। उन्होने उपस्थित जनों से नशामुक्ति अभियान में जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि वे नशे की आदतों को छोड़े और उससे बची हुई राशि का सदुपयोग करे।श्री गेहलोत ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा लोगों के उत्थान के लिये चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेने के लिये भी अपील की।
गॉव गरीब और किसान समृध्द बने – श्री चौटाला
सम्मेलन को जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष अशोक चौटाला ने सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी नीतियों के कारण आमजनता में विश्वास जागा है और उसी का परिणाम है कि आज जनता जनार्दन इस विशाल पाण्डाल में मौजूद है। उन्होने कहा कि गॉव गरीब और किसान समृध्द बने इसके लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे है। श्री चौटाला ने बताया कि जिले में केन्द्रीय सहकारी बैंक की 22 शाखाएॅ है। प्रत्येक शाखा को अनिवार्य रूप से 25-25 लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लाभान्वित करने का लक्ष्य दिया गया है। प्रयास किया जायेगा कि 25 से अधिकतम लोगों को लाभान्वित किया जायेंगा।
किसानो की समृध्दि में सहकारी बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण – कलेक्टर
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने कहा कि किसानों की समृध्दि में सहकारिता अंदोलन और सहकारी बैंकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है और आगे भी रहेगी। सहकारिता के माध्यम से अधिकतम लाभ अर्जित किया जा सकता है। उन्होने कहा कि सहकारिता के लाभों को बताने वाले कई फायदे भी बताये। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की महता को प्रतिपादित करते हुए कहा कि इस योजना से छोटे-छोटे उद्योग धंधों को स्थापित करने में मदद मिल सकेगी और अधिक से अधिक स्वरोजगार के अवसर सर्जित किये जा सकेगें।
सम्मेलन को रतलाम शहर विधायक चैतन्य काश्यप, ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, सैलाना विधायक श्रीमती संगीता चारेल, आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत, महापौर डॉ. सुनिता यार्दे, कृषि उपज मण्डी अध्यक्ष प्रकाश भगोरा ने भी सम्बोधित किया।
सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के उपाध्यक्ष भेरूलाल पाटीदार, पूर्व मंत्री म.प्र. शासन धुलजी चौधरी, श्रीमती रामकुंवर देवदा, बजरंग पुरोहित, प्रदीप उपाध्याय, विजय दुबे, प्रकाश मेहरा, श्रीमती क्रांति जोशी, ईश्वरलाल पाटीदार, मनोहर पोरवाल, अशोक जैन लाला, श्रीमती अनिता कटारिया, वरिष्ठ महाप्रबंधक सहकारिता पी.एन.यादव मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन आशिष दशोत्तर ने किया।