Panama Canal: डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के आगे झुका पनामा, चीन को दे दिया जोर का झटका
पनामा,03 फरवरी (इ खबर टुडे)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण के बाद से ही एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। एक के बाद एक कई बड़े फैसले ले रहे हैं। ट्रंप ने एक बार फिर से पनामा नहर पर कब्जा करने की धमकी की दी है। ट्रंप की धमकी के आगे पनामा झुक गया है। पनामा ने चीन को जोर का झटका देते हुए ड्रैगन के वन बेल्ट वन रोड से पीछे हट गया है। पनामा का यह फैसला ड्रैगन के मंसूबे को फेल कर सकता है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति की शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका पनामा को वापस लेकर रहेगा और इसके लिए हम कुछ बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पनामा ही चीन को चला रहा है जबकि इस नहर को चीन को नहीं सौंपा गया था। पनामा नहर बेवकूफाना तरीके से पनामा को सौंपी गई थी।
वहीं डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल मची हुई है। ट्रंप ने शनिवार को कनाडा और मेक्सिको जैसे पड़ोसी मुल्कों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाकर हलचल मचा दिया था। चीन पर भी 10 फीसदी टैरिफ लगाया गया है। अब ट्रंप के दबाव में पनामा भी झुक गया है।
पनामा नहर को लेकर ट्रंप के दबाव के बीच पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कहा कि है कि उनका देश चीन की महत्वाकांक्षी योजना बेल्ट एंड रोड (BRI) को रिन्यू नहीं करेगा। राष्ट्रपति मुलिनो ने कहा कि अब पनामा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स सहित नए निवेश पर अमेरिका के साथ मिलकर काम करेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार पनामा पोर्ट्स कंपनी का ऑडिट करेगी। यह कंपनी पनामा नहर के दो बंदरगाहों को ऑपरेट करने वाली चीन की कंपनी के साथ जुड़ी है। मुलिनो ने कहा कि हमें पहले ऑडिट पूरा होने का इंतजार करना पड़ेगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री की पनामा को धमकी
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने पनामा के खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी। इसके साथ ही उन्होंने पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो को साफ कहा कि जलमार्ग से चीन का नियंत्रण खत्म किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया गया तो वाशिंगटन आवश्यक कदम उठाएगा। मंत्री की इस धमकी के बाद पनामा का भी रिएक्शन सामने आया है। राष्ट्रपति ने कहा कि हम आक्रमण से नहीं डरते हैं। इसी दौरान उन्होंने दोनों देशों से बातचीत की पेशकश की।