January 16, 2025

रतलाम / समाजसेवी एवं पुलिस की मदद से 12 वर्षीय आदिवासी बच्चे को परिवार से मिलवाया

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रतलाम,15 जनवरी(इ खबर टुडे)। शहर सराय क्षेत्र में रो रहे 12 वर्षीय बच्चे को देखकर समाजसेवी दुर्गेश धाकड़ और बंटी ने उससे जानकारी हासिल करने की कोशिश करी परंतु वह रोता रहा। उन्होंने समाजसेवी काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी को मोबाइल पर संपर्क कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने इस बच्चे को लेकर जिला चिकित्सालय पुलिस चौकी पर बुलवाया।

जिला चिकित्सालय पुलिस चौकी पर प्रभारी अशोक शर्मा एवं आरक्षक कल सिंह मईडा की उपस्थिति में बच्चे को मनपसंद नाश्ता करवाया। समाजसेवी गोविंद काकानी ने उसके सिर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की टोपी लगी देखकर उससे पूछा यह टोपी कहां से मिली तब उसने बताया मैंने गांव के संचलन में हिस्सा लिया था। ऐसे धीरे-धीरे बातों बातों में उस घर का पता पूछा तो उसने बताया मेरा नाम गोविंद पिता झाना डामर निवासी गांव रंगपुर बजरंगगढ़ रेलवे स्टेशन से आगे जाकर आता है और थाना थांदला जिला झाबुआ लगता है।

वह आज सुबह बड़ी मां के साथ मेमू ट्रेन से रतलाम आया था। बड़ी मां उसको बिठाकर गई और वापस अभी तक नहीं आई| इतनी जानकारी मिलने के बाद रंगपुरा गांव के चौकीदार राजेश से संपर्क किया और उसके घर तक खबर पहुंचाई। दोपहर 3:00 बजे बाद उसके परिवार के सदस्य दीनदयाल नगर रतलाम निवासी ने बताया कि इसका नाम गोविंद वसुनिया है। इसके पिता का स्वर्गवास हो गया और मां ने दूसरी शादी कर ली है। यह अपनी मासी उमा के पास रहता है। आज सुबह यह उनके साथ गांव से आया था और उनसे बिछड़ गया। उसे वह अपने घर दीनदयाल नगर ले जा रहे हैं जहां से उसकी मासी उमा उसे लेकर वापस गांव चली जाएगी। परिवार सदस्य ने सकुशल गोविंद को पाकर समाजसेवी गोविंद काकानी, दुर्गेश धाकड़, बंटी भाई, प्रधान आरक्षक अशोक शर्मा, आरक्षक कल सिह मईडा का हृदय से आभार माना।

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