ग्राम पलसोड़ी में खूनी संघर्ष, एक की मौत
रास्ते के विवाद को लेकर हुए संघर्ष में दस लोग घायल
रतलाम,1 जुलाई (इ खबरटुडे)। औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पलसोड़ी में रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। रविवार सुबह हुए इस मामले में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दोनों पक्षों के दस लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए जिला चिकीत्सालय में भर्ती किया गया है। इसमें भी दो की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद जिला अस्पताल और गांव को पुलिस छावनी बना दिया गया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार ग्राम पलसोड़ी में दो पक्षों के बीच रास्ते और उस पर आने जाने को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। पिछले दो दिनों से भी गांव में तनाव बना हुआ था, जिसकी सूचना क्षेत्रीय थाना पुलिस को भी दी गई थी, लेकिन पुलिस के समय पर ध्यान न देने के कारण आज तनाव ने संघर्ष का रुप ले लिया, जिसमें एक युवक की जान तक चली गई।
एक की मौत, दस घायल
घटना रविवार सुबह साढे नौ बजे की है। खूनी संघर्ष में गांव के जगदीश पिता भेरुलाल गुर्जर(22) की मौत हो गई।जबकि भरतलाल पिता अमरसिंह गुर्जर, ईश्वर पिता अमरसिंह गुर्जर, कैलाश पिता जगन्नाथकौशल, गणपत पिता जगन्नाथ कौशल, नितिन पिता बद्रीलाल कौशल, भूपेन्द्र पिता बद्रीलाल कौशल और बद्री पिता जगन्नाथ गूर्जर सभी निवासी पलसोड़ी घायल हो गए। दुसरे पक्ष से दशरथ पिता मोहन गुर्जर, मोहन पिता नंदा और हेमराज पिता मांगीलाल गुर्जर निवासी खाचरोद घायल हुए। घायलों को तत्काल जिला अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने उनका इलाज शुरु किया।
यह था विवाद
जानकारी के अनुसार ग्राम पलसोड़ी निवास ईश्वर पिता अमरसिंह गुर्जर और जगदीश पिता भेरुलाल गुर्जर चचेरे भाई है और आसपास में ही रहते है। ईश्वर ने घर के पास की एक जमीन कैलाश कौशल को बेची थी। इसके बाद से ही दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरु हुआ। कैलाश खेत पर आने-जाने के लिए ट्रेक्टर जगदीश के घर के सामने से लेकर जाता था, जिससे जगदीश नाराज था, वहीं जगदीश भी अपने पशु कैलाश के खेत से लेकर जाता था, इसको लेकर भी दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। दो दिन पूर्व भी जगदीश के ट्रेक्टर निकालने पर विवाद हुआ था, जिसकी सूचना ओद्योगिक क्षेत्र पुलिस को दी गई थी। उस समय मामला शांत हो गया था, लेकिन रविवार सुबह 9 बजे फिर से दोनों पक्षों मे ंविवाद हो गया जो देखते ही देखते खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तलवार और अन्य हथियारों से हमला कर दिया। जिसमें जगदीश की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम को भी कांग्रेस नेता प्रभु राठौर ने ओद्योगिक क्षेत्र थाने जाकर थाना प्रभारी को गांव में व्याप्त तनाव की जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने इसके बावजुद कोई कार्रवाई नहीं की, जिसका परिणाम खूनी संघर्ष के रुप में सामने आया।
अस्पताल और गांव बना छावनी
घटना के बाद घायलों को जिला अस्पताल लाया गया,यहां भी दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में आमने-सामने हो गए थे। अस्पताल में हंगामा होने की संभावना को देखते हुए एसपी डा. रमनसिंह सिकरवार, स्टेशन रोड थाना प्रभारी एसडी मुले, ओद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी पी.एलस.तोमर, यातायात थाना प्रभारी मुकेश दीक्षित मयबल के अस्पताल पहुंच गए और पुरे अस्पताल को छावनी बना दिया। अस्पताल परिसर से भीड़ को बाहर कर दोनों गेटों को लगा दिया गया था।इधर गांव में भी स्थिति को देखते हुएपुलिस बल पहुंच गया था। प्रशिक्षु आईपीएस गौरव तिवारी, सीएसपी जी.एस.वर्धमान बल सहित पलसोड़ी पहुंच गए थे। गांव में भी पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया था।