कालिदास समारोह में शामिल होने उज्जैन आए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सीएम और राज्यपाल भी मौजूद
उज्जैन,12 नवम्बर(इ खबर टुडे)। भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज मध्य प्रदेश की धर्म नगरी उज्जैन पहुंचे। यहां उनके स्वागत के लिए हैलीपेड पर रेड कार्पेट बिछाया गया। उज्जैन आगमन पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव ने उनका पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान कौशल विकास व रोजगार एवं प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल और पर्यटन एवं धार्मिक न्यास राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी मौजूद रहे।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा उज्जैन में 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ किया गया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कालिदास अकादमी द्वारा प्रकाशित 10 ग्रंथों का लोकार्पण भी किया गया। डॉ. गोविन्द इन ग्रंथों के प्रधान संपादक हैं।
7 दिन तक चलेगा समारोह
7 दिन तक चलने वाले समारोह का समापन 18 नवंबर को होगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। राष्ट्रीय कालिदास चित्र और मूर्तिकला प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक देख सकेंगे
शहर में निकली कलश यात्रा
इसके पहले शहर में एक कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें विभिन्न लोक नृत्य की प्रस्तुति हुई। इस कलश यात्रा के माध्यम से शहर वासियों को आमंत्रण भी दिया गया। पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत सम्मान भी किया गया।
स्काई डाइविंग का भी मिलेगा आनंद
कालिदास समारोह के दौरान पर्यटक स्काई डाइविंग का भी आनंद ले सकेंगे। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित इस फेस्टिवल में पर्यटक 10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगा सकेंगे। यह आयोजन उज्जैन के दताना एयर स्ट्रिप पर तीन महीने तक चलेगा।
इन्हें मिलेगा कालिदास अलंकरण
इस वर्ष कालिदास अलंकरण सम्मान कई विभूतियों को दिया जाएगा। शास्त्रीय गायन के लिए पंडित उदय भावलकर (पुणे) को वर्ष 2022 का और पंडित अरविंद पारेख (मुंबई) को वर्ष 2023 का सम्मान दिया जाएगा। शास्त्रीय नृत्य के लिए डॉ. संध्या पुरेचा (मुंबई) को वर्ष 2022 का और गुरु कलावती देवी (मणिपुर) को वर्ष 2023 का सम्मान दिया जाएगा। कला और शिल्प के लिए पीआर दारोच (दिल्ली) को वर्ष 2022 का और रघुपति भट्ट (मैसूर) को वर्ष 2023 का सम्मान दिया जाएगा। नाट्य के लिए सु भानु भारती (राजस्थान) को वर्ष 2022 का और रुद्रप्रसाद सेन गुप्ता (कोलकाता) को वर्ष 2023 का सम्मान दिया जाएगा।