October 13, 2024

Corona Warriors : पूर्व विधायक अकबर अली आरिफ स्मृति जन्म शताब्दी समारोह में, 7 कोरोना योद्धा रतलाम रत्न से सम्मानित

रतलाम,06 अगस्त (इ खबरटुडे)। कोरोना महामारी की विकट परिस्थितियों से अगर हम निकल कर आए और आज यह कहने की स्थिति में है कि रतलाम कोरोना मुक्त हो गया है तो इसका श्रेय कोरोना योद्धाओं की सूझ बूझ और सुनियोजित योजना तथा नागरिकों की समझदारी और प्रशासन के साथ सामंजस्य की उनकी सकारात्मक भूमिका को जाता है। यह विचार मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा ने रतलाम के पूर्व विधायक अकबर अली आरिफ की जन्म शताब्दी पर गुरुवार को आयोजित एक समारोह में सात कोरोना योद्धाओं को रतलाम रत्न का सम्मान प्रदान करने के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कही। समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार वेद मर्मज्ञ डॉक्टर मुरलीधर चांदनी वाला ने की। विशेष अतिथि के रुप में आशीर्वाद देने के लिए स्वर्गीय विधायक अकबर अली आरिफ की धर्मपत्नी श्रीमती फिज्जा भाई आरिफ उपस्थित थी।

श्री नाहटा ने अपने उद्बोधन में कहा कि महामारी के दौरान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोरोना संघर्ष मे हमारा समर्पण भाव से साथ देने वाले योद्धाओं का सम्मान निश्चित रूप से एक सराहनीय प्रयास है । और स्वर्गीय विधायक अकबर अली आरिफ को सच्ची श्रद्धांजलि है। मैं इस प्रकार की रचनात्मक सोच के लिए अकबर अली आरिफ की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम के आयोजकों का दिल से आभारी हूं।

श्री नाहटा ने कहां की आज यदि हम ये कहते हैं कि अकबर भाई एक बहुत ईमानदार नेता थे। तो राजनीति नहीं बदली बल्कि समाज बदल गया है, प्रजातंत्र में कैसा भी देश हो समाज बनाता है। आज के हालात देखते हुए लगता है कि हमारी सोच बदल गई है हमारी चेतना बदल गई है हमारे लक्ष्य बदल गए हैं । स्व० श्री आरिफ के जमाने में हम इतने लोगों में गलत आदमी ढूंढते थे की इनमें से गलत कौन है, हम इतने बदल गए हैं कि आज हम यह ढूंढते हैं कि इतने लोगों में ईमानदार कौन है। हम सबको कहीं ना कहीं इस बात की चिंतन की आवश्यकता है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए डॉक्टर मुरलीधर चांदनी वाला ने कहा कि इन कोरोना योद्धाओ ने ऐसी विषम परिस्थितियों में कैसे कार्य किया होगा पीड़ित लोगों को बचाने के लिए कैसे दौड़े होंगे यह सोच कर हमारी तो रूह कांप जाती है। इतना विध्वंस था इतनी नकारात्मकता हो गई थी उन सब विपरीत परिस्थितियों में सकारात्मक भाव से संयम बनाकर कार्य करना निश्चित रूप से कठिन था। आप विश्वास कर सकते हैं कि जो कोरोना योद्धा आज हमारे सामने हैं उन्होंने अपना समर्पण अपना बलिदान यह सम्मान पाने के लिए तो नहीं किया होगा, वास्तव में आज हम उनके दिल से ऋणी हैं उनके समान सारे देश में कार्य करना वाले योद्धाओं के प्रति नतमस्तक है।

इस अवसर पर उपस्थित रतलाम नगर कांग्रेस अध्यक्ष श्री महेंद्र कटारिया ने कहा कि हम स्वर्गीय अकबर अली आरिफ के जमाने में बच्चे थे, लेकिन उनके बारे में जितना सुनते हैं उसे सुनकर हम प्रेरित होते हैं उनका नाम एक निस्वार्थ सेवाभावी और इमानदार राजनेता के रूप में लिया जाता है। आज रतलाम नगर में जितना भी विकास दिख रहा है उसका श्रेय उन्हें जाता है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष नगर पालिका मंदसौर के पूर्व उपसभापति मोहम्मद हनीफ रतलामी ने स्वर्गीय अकबर भाई का जीवन परिचय देते हुए उनके रतलाम के विकास में योगदान तथा साहित्य क्षेत्र में उनकी सक्रिय भूमिका का वर्णन किया।

इस अवसर पर कोरोना महामारी के दौरान सक्रिय भूमिका निभाने वाले अधिकारियों चिकित्सकों समाजसेवियों और अन्य वर्गों के प्रतीक के रूप में 7 व्यक्तियों को कोरोना योद्धा रतलाम रत्न के सम्मान से विभूषित किया गया। रतलाम चिकित्सा महाविद्यालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर महेंद्र सिंह चौहान, समाजसेवी महेंद्र गादिया, कालिका माता सेवा समिति के अध्यक्ष राजाराम मोतियानी, पुलिस सहायक उप निरीक्षक सुरेश कुमार शिंदे, प्रेस फोटोग्राफर स्वदेश शर्मा और एंबुलेंस चालक अंश टांक का सम्मान किया गया। सुश्री शिराली जैन अनुविभागीय दंडाधिकारी अपने प्रशासनिक कार्यों में व्यस्तता के कारण उपस्थित नहीं हो सकी परंतु उन्होंने मोबाइल पर चर्चा कर सम्मान स्वीकार किया।

इस अवसर पेरा ओलंपिक मे मेडल प्राप्त तैराक अब्दुल कादिर का श्रीमति फिज़्जा बाई आरिफ़ ने सम्मान किया। अतिथियों एवं सम्मान प्राप्तकर्ताओ का पुष्प गुच्छ से स्वागत समिति अध्यक्ष पंडित मुस्तफा आरिफ एवं श्रीमती रज़िया आरिफ सचिव तुषार कोठारी समन्वयक सिराज आरिफ आयोजन समिति के सदस्य जोएब आरिफ, रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश जैन, डॉक्टर प्रदीप कोठारी, सुश्री जैनब जमाली, श्रीमती अजबुन्निसा, कादरी श्री शब्बीर कादरी, अली असगर आरिफ, अब्बास अली आरिफ, हिम्मत गेलड़ा, सिराज आरिफ श्रीमती रशीदा आरिफ और पीरुलाल डोडियार आदि ने किया।

स्वागत भाषण समिति के अध्यक्ष पंडित मुस्तफा आरिफ ने दिया जबकि आभार कार्यक्रम के समन्वयक सिराज आरिफ ने व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन युसूफ जावेदी एडवोकेट ने किया ।

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