Bhopal News:आठ घंटे का थमा दिया 50 हजार रुपये बिल, एसडीएम ने चलाया डंडा तो आधी रकम की वापस
भोपाल,08 मई ( इ खबर टुडे)। कोरोना काल में निजी अस्पतालों की क्रूरता और मानवीय संवेदनाए भुलाकर अनाप-शनाप बिल वसूलने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। भानपुर स्थित आयुष्मान मल्टीकेयर अस्पताल मरीज को तब तक कोरोना के इलाज के लिए भर्ती नहीं करते, जब तक उसके परिजन 50 हजार रुपये जमा नहीं करा देते। यह राशि जमा करने के बाद ही मरीज का उपचार शुरू किया जा रहा है। अगर अस्पताल से कोई दो या तीन घंटे में डिस्चार्ज ले रहा है, तो उसके पूरे पैसे अस्पताल प्रबंधन द्वारा हडप लिए जा रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया 80 फीट रोड अशोका गार्डन निवासी प्रणव कुमार आनंद के पिता का। उनका कोरोना इलाज भानपुर स्थित आयुष्मान मल्टीकेयर अस्पताल में आठ घंटे ही चला और प्रबंधन ने उनसे 50 हजार रुपये हडपकर रख लिए। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने एसडीएम मनोज वर्मा को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। प्रशासन के हरकत में आने के बाद एसडीएम ने एक टीम आयुष्मान अस्पताल भेजी। टीम ने प्रणव कुमार आनंद को भी अस्पताल बुलवा लिया और अस्पताल संचालक डॉ जसवंत विश्वकर्मा से 25 हजार रुपये वापस करा दिए।
इस दौरान अस्पताल संचालक ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि हमने 50 हजार रुपये जमा कराकर रखा था। डिस्चार्ज के वक्त हमसे पैसे वापस करने के लिए नहीं कहा गया। वहीं प्रणव ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन से हमने कई बार मिन्नतें कीं, लेकिन उन्होंने कहा इतना ही बिल बना है। आप मरीज को ले जा सकते हैं। यह राशि वापस पाकर प्रणव की आंखों में आंसू आ गए, क्योंकि उसने कभी उम्मीद भी नहीं की थी कि अस्पताल प्रबंधन उसे पैसे वापस करेगा।
प्रणव कुमार आनंद ने बताया कि उनके पिता को तीन मई को दोपहर तीन बजे आयुष्मान अस्पताल में भर्ती करवाया था। इसके बाद उन्होंने कुछ जांचे की और ना ही खाने की व्यवस्था की और ना ही पानी की। जब यह अव्यवस्था हमने देखी तो हमने रात 12 बजे डिस्चार्ज के लिए कह दिया। इस पर अस्पताल प्रबंधन की तरफ से आठ घंटे का हमें 50 हजार रुपये का बिल थमा दिया गया। वहीं जब तक यह रुपये जमा नहीं करेंगे तब तक मरीज को डिस्चार्ज नहीं करेंगे, ऐसा कहने लगे। जैसे-तैसे हमने पैसे का जुगाड किया और डिस्चार्ज ले लिया।