सोमनाथ में अवैध निर्माणों पर चले 36 बुलडोजर, खाली कराई गई करोड़ों की अवैध जमीन, गिरफ्तार किए 135 लोग
सोमनाथ,28 सितम्बर (इ खबर टुडे)। गुजरात में सोमनाथ विकास परियोजना के लिए कथित अवैध अतिक्रमण को तोड़ा जा रहा है। सोमनाथ इलाके में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन की ओर से बड़ी कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार रात से भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में 36 बुलडोजर इन अवैध निर्माणों को गिराने में लगे हुए हैं। इसके अलावा मलबा हटाने के लिए करीब 70 ट्रैक्टर लगाए गए हैं।
गुजरात में अतिक्रमण पर बहुत बड़ी कार्रवाई हुई। गुजरात के सोमनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर मौजूद सरकारी जमीन सालों से अवैध निर्माण की शिकार हो रही थी। हालात ऐसे हो गए कि इस विशाल सरकारी जमीन पर पचास से ज्यादा इमारतें और धार्मिक स्थलों को तैयार कर लिया गया था। लेकिन सोमनाथ मंदिर की भव्यता को बढ़ाने के मकसद से शासन और प्रशासन ने इस जमीन पर बड़ा अभियान चलाया और पूरे अवैध कब्जे को जमींदोज कर दिया।
सोमनाम मंदिर के कब्जा ली थी 103 एकड़ जमीन
देश के प्रतिष्ठित ज्योतिर्लिंग में से एक गुजरात के सोमनाथ मंदिर से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माणों को ढहाने के लिए पुलिस और प्रशासन का अमला पहुंचा तो भारी भीड़ इकट्ठा होनी शुरू हो गई। लेकिन पुलिस की भारी फौज और संयम ने भीड़ को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। पुलिस ने लोगों को समझाया और रात 3 बजे डिमोलेशन का काम शुरू किया गया। वहीं मलबा हटाने का काम शनिवार को भी जारी रहा।
जानकारी के मुताबिक इस अतिक्रमण हटाओ अभियान में 9 धार्मिक स्थलों को गिराया गया। साथ ही 45 रिहायशी इमारतों को भी जमींदोज किया गया. अतिक्रमण को हटाकर 102 एकड़ जमीन खाली करवाई गई, जिसकी अनुमानित कीमत 320 करोड़ रुपये बताई गई है।
135 लोग हिरासत में
वरिष्ठ पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ 788 पुलिस कर्मियों और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया था। इस अवसर पर तीन पुलिस अधीक्षक, चार पुलिस उपाधीक्षक, 12 निरीक्षक, 24 उपनिरीक्षक, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, उप-मंडल मजिस्ट्रेट और कार्यपालक मजिस्ट्रेट उपस्थित थे। पुलिस ने बताया, “अभियान के तहत करीब 135 लोगों को हिरासत में लिया गया।” इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
नोटिस के बावजूद खाली नहीं की गई थी भूमि- डीएम
जिले के डीएम डीडी जडेजा ने बताया कि सोमनाथ में इस अवैध अतिक्रमण को खाली करवाने के लिए प्रशासन की तरफ से बहुत पहले नोटिस जारी कर दिया गया था। लेकिन उसके बाद भी जमीन को खाली नहीं किया गया।
सोमनाथ में भी शुरू होना है कॉरिडोर बनाने का काम
आपको बता दें कि उज्जैन कॉरिडोर की तरह सोमनाथ में भी कोरिडोर बनना है, जिसके लिए केन्द्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। सोमनाथ मंदिर के विकास के लिए अनेक योजनाओं पर काम चल रहा है। ऐसे में इस डिमोलिशन के बाद कॉरिडोर के काम में तेजी आने की संभावना है।
सोमनाथ के पास बुलडोजर एक्शन का विरोध
दूसरी तरफ स्थानीय लोग सोमनाथ में गुजरात सरकार के सबसे बड़े बुलडोजर ऑपरेशन का भी विरोध कर रहे हैं। इससे पहले यहां महीनों से सर्वे काम चल रहा था। सर्वे का काम पूरा होने के बाद सोमनाथ मंदिर के पीछे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। अतिक्रमण खाली करवाने के लिए देर रात ही ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था। हालांकि कार्रवाई होते ही स्थानीय लोगों की भीड़ वहां पर मौजूद हो गई और लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। लोगों ने कार्रवाई रोकने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस ने लोगों को वहां से किसी तरह से हटाया और कार्रवाई फिर से शुरू की गई।