357 गांवों को स्मार्ट बनाकर सिंहस्थ के लिये दे रहा हूं योगदान
स्मार्ट विलेज-स्मार्ट पंचायत कार्यक्रम में पंचायत मंत्री ने कहा
उज्जैन 30 सितम्बर(इ खबरटुडे)। पिछले सिंहस्थ में मेरे पास कृषि, सहकारिता आदि विभाग थे, उस समय मैं सिंहस्थ के लिये अधिक योगदान नहीं दे पाया था, परन्तु इस बार इस क्षेत्र के 357 ग्रामों को स्मार्ट बनाकर सिंहस्थ के महायज्ञ में अपना योगदान दे रहा हूं। सिंहस्थ तीर्थयात्री इन ग्रामों से होकर सिंहस्थ-2016 में आयेंगे। वे यहां से बहुत अच्छा अनुभव लेकर जायें। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने आज बुधवार को कालिदास अकादमी परिसर में आयोजित चयनित स्मार्ट विलेज-स्मार्ट पंचायत के सरपंच, सचिव एवं अधिकारियों की कार्यशाला में यह बात कही।
कार्यशाला में सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती अरूणा शर्मा, विधायक डॉ.मोहन यादव, दिलीपसिंह शेखावत, अनिल फिरोजिया, सतीश मालवीय, बहादुरसिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष महेश परमार, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव रघुवीर श्रीवास्तव, संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर, कलेक्टर कवीन्द्र कियावत सहित ग्रामीण विकास विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
20 लाख स्व-करारोपण करेंगे तो 40 लाख मिलेंगे
मंत्री श्री भार्गव ने बताया कि शासन की स्व-करारोपण योजना के अन्तर्गत जो पंचायतें 20 लाख का स्व-करारोपण करेंगी, उन्हें शासन की ओर से 40 लाख रूपये की राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि चयनित ग्रामों के वासियों को मिलकर यह प्रस्ताव करना होगा कि ग्राम में मद्यनिषेध हो, कोई भी व्यक्ति खुले में शौच न करे, गांवों में झगड़े-विवाद न हों, सामाजिक कुरीतियों को त्यागा जाये। इन ग्रामों में विकास के साथ-साथ एक सुन्दर आत्मा भी होनी चाहिये। मंत्री ने कहा कि इन ग्रामों को स्मार्ट से बेहतर नाम दिया जाये।
‘अतिथि देवों भव:’
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती अरूणा शर्मा ने बताया कि स्मार्ट गांव सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं का ‘अतिथि देवो भव:’ की अवधारणा के अनुरूप उनका स्वागत करें, जिससे देश-विदेश में हमारी अच्छी छवि बने। इन सभी ग्रामों में स्थायी मूलभूत कार्य कराये जायेंगे। इन ग्रामों में एक भी कच्चा मकान नहीं होगा, सभी मकान पक्के होंगे। सभी घरों में शौचालय होंगे, नल कनेक्शन होगा तथा सड़क आदि की पूरी व्यवस्था होगी। सभी ग्रामों में स्कूल, आंगनवाड़ी भवन, पंचायत भवन आदि होंगे। इन ग्रामों को वाईफाई करने का प्रयास किया जा रहा है। गांव के पाँच किलो मीटर के रेडियस में पोस्ट आफिस एवं बैंक की सुविधा होगी।
18 रूपये किलो प्लास्टिक का कचरा
श्रीमती अरूणा शर्मा ने बताया कि इन सभी ग्रामों में ठोस-तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत जैविक व अजैविक कचरा अलग-अलग किया जायेगा। प्लास्टिक का कचरा 18 रूपये किलो में खरीदा जायेगा, जिसे रोड निर्माण में इस्तेमाल किया जायेगा।
मुस्तैदी से काम करें
मध्य प्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद के श्री रघुराम ने कहा कि सभी सरपंच, सचिव सभी ग्रामों को स्मार्ट बनाने के लिये मुस्तैदी से कार्य करें। श्रीमती हेमवती बर्मन ने खुले में शौच को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने को कहा।
उज्जैन-इन्दौर संभाग के 357 ग्राम चयनित
आयुक्त पंचायत एवं सामाजिक न्याय रघुवीर श्रीवास्तव ने बताया कि उज्जैन-इन्दौर संभाग के 357 ग्रामों का प्रथम चरण में स्मार्ट ग्राम के लिये चयन किया गया है। आगे प्रदेश के सभी ग्रामों को स्मार्ट बनाने की योजना है। उन्होंने बताया कि इन ग्रामों में सभी मूलभूत सुविधाएं उत्कृष्ट होंगी। इन सभी ग्रामों में निरन्तर सफाई के लिये कर्मचारी लगाये जायेंगे। सभी ग्राम अतिक्रमण से मुक्त होंगे। इन ग्रामों में सांची पाइन्ट, अस्थायी रेस्टॉरेंट आदि लगाये जायेंगे, जिससे सिंहस्थ यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी।