प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीबों का पक्के मकान का सपना हुआ साकार
भोपाल ,27मार्च (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री आवास योजना गरीब परिवारों के लिये लाभकारी सिद्ध हो रही है। शासन की इस महती योजना से लाभान्वित देवास जिले की जनपद पंचायत टोंकखुर्द ग्राम कलमा के निवासी दोनों आँखों से दृष्टि बाधित महेन्द्र सिंह का पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना से साकार हुआ है। महेन्द्र सिंह की पत्नी राधाबाई दोनों पैर से विकलांग हैं एवं एक बच्ची है। पत्नी बर्तन साफ करके अपने परिवार का गुजर-बसर करती है। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से पक्का मकान बनाना इनके लिये किसी सपने से कम नहीं था। शासन की इस योजना से लाभ पाकर महेन्द्र सिंह बहुत खुश हैं।
नरसिंहपुर जिले के विकासखंड चीचली के ग्राम शाहपुर के लक्खू बारेलाल कहार और जमना बाई के परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण में पक्का घर मिल गया है। मेहनत मजदूरी से जीवन यापन करने वाला यह परिवार पहले खपरैल के कच्चे घर में रहता था। इस परिवार के सदस्यों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका खुद का एक पक्का मकान होगा। आवास बनाने के लिए उन्हें एक लाख 35 हजार 480 रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। जमना बाई बताती हैं कि पक्के मकान को साफ-सुथरा रखना आसान हो गया है। घर में शौचालय भी बन गया है। उनके परिवार के सदस्य इस शौचालय का उपयोग करने लगे हैं।
आगर-मालवा जिले के ग्राम बटावदा के धर्मेन्द्र विश्वकर्मा कहते हैं कि पूरी उम्र चाह कर भी पक्का मकान नहीं बना पाता। शुक्र है हम जैसे गरीब परिवारों के लोगों के लिये योजना बनाकर हमें पक्का मकान दिया गया है। इनका परिवार जब कच्चे मकान में जीवन यापन करता था, तो इन्हे हमेशा डर लगता रहता था कि कहीं उनके बच्चे घातक जीव-जन्तुओं के शिकार न हो जाएं।
धर्मेन्द्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत वर्ष 2016-17 में पक्का मकान बनाने के लिये एक लाख 50 हजार रुपये स्वीकृत हुए। इस राशि में कुछ अपनी जमा-पूँजी को मिलाकर अपना बड़ा-सा पक्का मकान का निर्माण करवा रहे हैं। इन्होने आवास के साथ ही शौचालय का निर्माण भी करवाया है।
झाबुआ जिले में मजदूरी कर परिवार का गुजारा करने वाले कैलाश ने भी सपना देखा था कि उनका पक्का मकान हो। एक कमरे के मिट्टी एवं खपरैल की छत वाले मकान में रहने वाले कैलाश जैसे-तैसे परिवार का भरण-पोषण कर पाते थे। ऐसे में उनके पक्के मकान का सपना हकीकत नहीं बन पाया था। अब उनका सपना प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की वजह से हकीकत बन गया है। एक कमरे के मिट्टी और खपरैल की छत वाले मकान में रहने वाला कैलाश अब सीमेंट कांक्रीट की छत वाले मकान का मालिक बन गया है।
झाबुआ जिले के थांदला विकासखंड के ग्राम खजूरी के निवासी कैलाश को प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत वर्ष 2016-17 में पक्का आवास बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। शासन से मिली राशि से कैलाश ने अपना पक्का मकान बना लिया। अब वह अपने परिवार के साथ सीमेंट कांक्रीट के पक्के मकान में रहते हैं।