April 24, 2024

हाथ-ठेला और साईकिल रिक्शा चालक मालिक बनेंगे

 मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की समीक्षा
भोपाल,4 मई (इ खबरटुडे)। प्रदेश के सभी हाथ-ठेला चालक और साईकिल रिक्शा चालक अगले एक साल में अपने हाथ-ठेला और साईकिल रिक्शा के मालिक होंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ नगरीय प्रशासन विभाग की समीक्षा बैठक में इस सम्बन्ध में निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में अब तक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर 40 हजार हाथ-ठेला-रिक्शा चालकों को मालिक बनाया गया है। शेष 50 हजार हाथ-ठेला-रिक्शा चालकों को एक साल के भीतर अपने हाथ-ठेला या साईकिल रिक्शा का मालिक बनाया जायेगा। बैठक में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर, नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्य मंत्री श्री मनोहर ऊँटवाल और मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में कहा कि प्रसिद्ध तीर्थ-स्थल चित्रकूट और ओरछा के विकास के लिये विशेष योजना बनायें। नगरीय निकायों के लिये प्रोग्रेस रेटिंग सिस्टम लागू करें। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र की 20 पेयजल योजनाओं के लिये दूसरी किश्त नहीं मिलने के सम्बन्ध में वे केन्द्रीय वित्त मंत्री से मिलेंगे। उन्होंने निर्देश दिये कि सिंहस्थ की तैयारियां अभी से शुरू करें। भोपाल, ग्वालियर, सागर, बुरहानपुर की सड़कों के लिये स्वीकृत कार्यों को समय-सीमा में पूरा करवाया जाये। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर नगर निगम सीमा के विस्तार की कार्रवाई और अवैध कालोनियों को वैध करने की प्रक्रिया में तेजी लाये। प्रत्येक बड़े शहर में एक उत्कृष्ट सड़क बनायें।
शहरी यांत्रिकी सेवा गठित होगी
बैठक में बताया गया कि नगरीय निकायों के लिये शहरी यांत्रिकी सेवा गठित की जायेगी। स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में व्यक्तिगत ऋण प्रकरणों में बीते वित्तीय वर्ष में 216 प्रतिशत की उपलब्धि के साथ मध्यप्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। इस योजना में प्रदेश में 26 हजार 704 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन विकास श्री एस.पी.एस. परिहार, प्रमुख सचिव वित्त श्री अजय नाथ और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग की भी हुई समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि स्वावलम्बन अभियान के तहत गैस प्रभावितों के लिये रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण का कार्य समय-सीमा में किया जाये। इस अभियान में दस हजार गैस प्रभावितों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने विभाग के अस्पतालों में चिकित्सा के समुचित इंतजाम रखने के निर्देश दिये। बताया गया कि कायाकल्प योजना के जरिये चिकित्सालयों का विकास किया जा रहा है। बैठक में गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री बाबूलाल गौर, मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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