हर दिन करोडों रुपए टोल की वसूली,लेकिन फोरलेन पर गड्ढों की भरमार,सड़क को लम्बे समय से मरम्मत का इंतजार
रतलाम,26 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से बेहतर बता रहे हैं। दूसरी ओर भारी भरकम टोल टैक्स चुका कर फोरलेन सड़कों पर चलने वाले वाहन सड़कों की खराब हालत के कारण खराब हो रहे है। मालवा की जीवनरेखा कहे जाने वाले नयागांव लेबड फोरलेन पर टोल टैक्स कंपनियां हर दिन करोडों रुपए वाहन चालकों से वसूल रही है,लेकिन सड़क की हालत सुधारने की तरफ कंपनियों को कोई रुचि नहीं है।
नयागांव से लेबड तक के ढाई सौ किमी लम्बे फोरलेन पर हर दिन हजारों की संख्या में वाहन गुजरते है और ये वाहन करोडों रुपए की राशि हर दिन टोल टैक्स के रुप में चुका रहे है। लेकिन टोल कंपनियां इतनी लापरवाह हो चुकी है,कि सड़क की हालत सुधारने पर उनका कतई ध्यान नहीं है। बरसात का मौसम खत्म हुए डेढ महीने से अधिक समय गुजर चुका है,लेकिन पूरा फोरलेन गड्ढों से भरा हुआ है।
नियमानुसार अगर टोलरोड की स्थिति ठीक नहीं है,तो स्थिति ठीक होने तक टोल की वसूली स्थगित की जाना चाहिए। इसके बावजूद टोल कंपनियां धडल्ले से टोल टैक्स वसूल रही है। जावरा-लेबड फोरलेन पर टोल वसूली करने वाली कंपनी वेस्टर्न एमपी इन्फ्रास्ट्रक्चर लि. के प्रोजेक्ट हेड राजेश रामदे ने इ खबरटुडे से चर्चा में बताया कि सड़क के मेन्टनेंस का जिम्मा कंपनी के मेन्टनेंस विभाग के पास है। फोरलेन के मेन्टनेन्स का काम देखने वाले इंजीनियर अजय मिश्रा का कहना है कि सड़क की मरम्मत का काम किया जा रहा है। अगले चार छ: महीनों में सड़क ठीक कर दी जाएगी। फोरलेन की व्यवस्था संभालने का जिम्मा मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी)के पास है। सड़क विकास निगम के उज्जैन संभाग के महाप्रबन्धक बीपी बौरासी ने इ खबरटुडे से चर्चा में स्वीकार किया कि सड़क की हालत ठीक नहीं है। उन्होने कहा कि सड़क की स्थिति ठीक करने के निर्देश कंपनी को दिए गए है। यह पूछे जाने पर कि टोल वसूली स्थगित क्यों नहीं की जा रही,वे सवाल को टाल गए। एमपीआरडीसी के उज्जैन के प्रबन्धक राकेश जैन ने इ खबरटुडे से चर्चा में बताया कि फोरलेन की स्थिति ठीक करने के लिए टोल कंपनी को सख्त निर्देश दिए गए है। उन्होने कहा कि कंपनी को समय समय पर नोटिस दिए जाते है। सड़क की स्थिति सुधारने के प्रयास किए जा रहे है। जल्दी ही सड़क की हालत ठीक हो जाएगी। हांलाकि श्री जैन भी इस सवाल को टाल गए कि टोल वसूली स्थगित क्यों नहीं की जा रही?
उल्लेखनीय है कि नियमों के मुताबिक यदि फोरलेन पर गड्ढे है और स्थिति खराब है,तो स्थिति ठीक होने तक टोल वसूली स्थगित कर दी जाना चाहिए। लेकिन एमपीआरडीसी और टोल कंपनी की मिलीभगत के चलते सड़क सुधारने की कार्यवाही सिर्फ कागजी खानापूर्ति तक होती है। वास्तविकता में सड़क पर कोई काम नहीं किया जा रहा है।
टोल बूथ पर रफोमीटर नहीं
बीओटी की शर्तोंके मुताबिक टोलबूथ पर रफोमीटर रखा जाना चाहिए और नागरिकों की मांग पर रफोमीटर से सड़क की स्थिति का आकलन करवाया जाना चाहिए। लेकिन पूरे टोलरोड पर कहीं भी रफोमीटर नहीं रखा जाता।
शिकायतों पर भी कार्यवाही नहीं
बीओटी की शर्तो के मुताबिक प्रत्येक टोलबूथ पर शिकायत पुस्तिका रखी जानी चाहिए और शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की जाना चाहिए। टोलबूथों पर शिकायत पुस्तिकाएं तो रखी गई है,लेकिन सामान्यतया किसी नागरिक के मांगने पर शिकायत पुस्तिका देने में पहले तो टालमटोल की जाती है। अधिक दबाव के बाद यदि शिकायत पुस्तिका दे भी दी गई,तो इन शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं होती। टोलबूथ पर भी जो सुविधाएं उपलब्ध होना चाहिए,वे उपलब्ध नहीं है। टोल बूथ पर तैनात कर्मचारी आए दिन वाहन चालकों से अभद्रता करते है,लेकिन शिकायतों के बावजूद उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती।
इनका कहना है
फोरलेन की स्थिति को सुधारने के लिए एमपीआरडीसी के अधिकारियों और टोल कंपनी दोनो को निर्देश दिए गए है। टोल कंपनी ने सड़क की स्थिति को पूरी तरह ठीक करने के लिए १५ नवंबर तक का समय मांगा है। १५ नवंबर तक फोरलेन पूरी तरह ठीक होने की उम्मीद है। यदि समयसीमा में फोरलेन की स्थिति ठीक नहीं हुई,तो सड़क का परीक्षण करवा कर टोल कंपनी के विरुध्द कार्यवाही की जाएगी।
- श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल
कलेक्टर,रतलाम