हजारों कागजों के साथ मीडिया के सामने आए कपिल मिश्रा बोले, ‘अब तो यह स्पष्ट है अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट है’
नई दिल्ली,14 मई (इ खबर टुडे )। आम आदमी पार्टी (AAP) से निलंबित विधायक और दिल्ली सरकार के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हजारों पन्नों के साथ मीडिया के सामने आए. अनशन के पांचवें दिन कपिल मिश्रा ने कहा कि इनकी जानकारियों का अंदाजा कुछ लोगों को होगा. उन्होंने करोड़ों के लेन देन के बारे में ब्योरा रखा. उन्होंने बताया कि किस प्रकार फर्जी कंपनियों से लेन देन किया गया. कैसे सैकड़ों की संख्या में फर्जी कंपनियों से पार्टी को फंड दिया गया और पार्टी ने इसकी जानकारी चुनाव आयोग और आयकर विभाग से छिपाई. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि पांच लोगों की विदेश यात्राओं के बारे में पार्टी जानकारी नही ं दे रही है. यह सारा खेल हवाला का है और कालाधन को सफेद करने का है.
मिश्रा ने कहा कि देश के साथ धोखा हुआ है. उन्होंने कहा कि इस अनशन को जबरजस्ती ने तुड़वाया जाए. उन्होंने यह मांग गृहमंत्री, एलजी और दिल्ली पुलिस से की.
कपिल मिश्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने देश की जनता से चंदा को लेकर धोखा दिया. नकली कंपनियों का नेटवर्क तैयार किया गया. कालेधन के सफेद किया गया. मिश्रा का आरोप है कि इसमें अरविंद केजरीवाल के निजी लोग शामिल हैं. आज इस बात को लेकर सीबीआई में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर धोखा दिया गया. नील नाम के एक शख्स का परिचय कराने के बाद उन्होंने कहाकि इन्होंने यह कागज एकत्र किए हैं.
मीडिया से बात करते हुए मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो दिखाया. इसमें अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि हमने किसी से गलत पैसा नहीं लिया. नहीं तो सरकार बनने के बाद ऐहसान चुकाना पड़ता है. वे कह रहे हैं कि पार्टी चलाने के लिए पैसा चाहिए. सरकार बनने के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए पैसा चाहिए. उन्होंने कहा कि गलत लोगों से गलत पैसा लेने के बाद उनके लिए काम करना पड़ता है.
मिश्रा ने कहा कि 2013-14 को पार्टी के अकाउंट में जो पैसा था उसका हिसाब कितान चुनाव आयोग से छिपाया गया. जो अकाउंट में पैसा था उसकी डिटेल भी पार्टी की वेबसाइट पर नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी सच नहीं बताया गया.
तीन साल के बाद आयकर विभाग के नोटिस में इन्होंने चुनाव आयोग को अमाउंट बदलकर जवाब दिया. 2015-16 में बैंक में 65 करोड़ से ज्यादा पैसा था, लेकिन चुनाव आयोग को बताया गया 32 करोड़ का हिसाब किताब. और वेबसाइट पर भी अलग अमाउंट डाले गए. कई बोगस एंट्री की गई. उन्होंने कहा कि कई चुनाव आयोग से लगातार तीन साल तक जानकारी छिपाई गईं. साथ ही कहा कि आयकर विभाग से सभी बातें छिपाई गईं.
कई बोगस कंपनियों को आयकर विभाग ने पकड़ा. दो करोड़ का हिसाब किताब विभाग ने पकड़ा जिसे अरविंद केजरीवाल ने नकार दिया. उन्होंने कहा कि उनके पास इसकी जानकारी नहीं है. कोई भी चंदा दे सकता है. मेरे अकाउंट में कौन पैसा डाल रहा है उसके बारे में मैं क्या कह सकता हूं. (मिश्रा के अनुसार)
उन्होंने कई कंपनियों के नाम लेकर आरोप लगाया कि इन फर्जी कंपनियों का रिश्ता अरविंद केजरीवाल से हैं या फिर उनके करीबियों की हैं. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इन सारी बातों की जानकारी थीं. करीब 16 फर्जी कंपनियों से लेन देन किए गए हैं. उन्होंने कुछ ऐसे आदमियों के नाम भी लिए जिनके नाम से चंदा दिए गया. इनमें कई के खाते उसी एक्सिस बैंक की शाखा से हैं जहां नोटबंदी के दौरान छापा मारा गया था. ये कृष्णानगर ब्रांच का किस्सा है.
उन्होंने कहा कि अधिकतर चंदे रात के 12 बजे के करीब आए. यहां पर कालाधन के सफेद करने का काम किया गया. उन्होंने कहा कि ये फर्जी कंपनियों बनाने वाले चार्टेड अकाउंटेंट एक है. इसे ईडी ने गिरफ्तार कर रखा है. इस पर नोटबंदी के दौरान फर्जीवाड़े का आरोप है.
मिश्रा का आरोप है कि आम आदमी पार्टी के विधायक शिवचरण गोयल का भी इनसे सीधा लिंक है. उन्होंने कहा कि गोयल ने अपने एफिडेविट में झूठ बोला. इन्होंने कई फर्जी कंपनियों के जरिए कालाधन को सफेद किया और पार्टी को चंदा दिया. रात में चंदा देने वाली कंपनियों में इनकी भी कंपनी है. इनकी कंपनियों से दो करोड़ पार्टी के दिए गए. इनके बारे में अरविंद केजरीवाल ने इनकार किया था…
कपिल मिश्रा ने दीपक अग्रवाल का नाम लिया. कहा कि इनका सीधा संबंध गोयल से कहा जिनकी कंपनी में ये डायरेक्टर रहे. उन्होंने कहा कि हेमंत कुमार नाम का आदमी भी इस गड़बड़ी में शामिल हैं. उन्होंने सुशील कुमार गुप्ता का नाम लिया और कहा कि इन्होंने गोयल को दो करोड़ रुपये दिए थे.
कपिल मिश्रा ने दावा किया कि ये लोग चंदे के लिए हेर फेर करते रहे. उन्होंने कहा कि इन कंपनियों ने आम आदमी पार्टी को हवाला का पैसा दिया. उन्होंने पार्टी विधायक नरेश यादव कंपनी का भी जिक्र किया जिसके जरिए कालाधन पार्टी को दिया गया. कपिल मिश्रा ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल को अपने विधायकों की ये सारी जानकारी थी. उन्होंने कहा कि एक्सिस बैंक की उसी शाखा में ये सारे लेन देन हुए हैं.
उन्होंने कई और लोगों के नाम लिए जिन्होंने फर्जीवाड़े के जरिए पार्टी को चंदा दिए. उन्होंने कहा कि सैकड़ों कंपनियों एक ही पते पर बनाया गया. कई कंपनियों को विदेशी कंपनी भी दिखाया गया. उन्होंने रमेश का जिक्र किया जिन्होंने एक करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक का पार्टी को दान दिया. उन्होंने कहा कि यह आदमी इतना चंदा देने की इलेजिबिलिटी भी नहीं रखता. यह केवल 2500 रुपये दे सकता था.
एक महिला ने 90 लाख रुपये दिए जिसने अभी तक केवल 4000 रुपये का आयकर भरा है. उन्होंने कई ऐसे चेक दिखाए जिन पर कोई नाम नहीं है, उन पर कोई तारीख नहीं है. फिर भी पार्टी के खाते में पैसे आ गए. यह सब एक्सिस बैंक से जुड़े हैं. कई और चेक ऐसे और सामने आए.
कपिल मिश्रा ने योगेश चंद नाम के आदमी का चेक भी दिखाया. उन्होंने 35-35 करोड़ के दो चेक आए. इसका भी हिसाब कितान नहीं दे पाए. ये चेक भी उन्हीं कंपनियों के हैं. इन पर भी तारीख नहीं है.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल चंदा छिपा रहे थे. करोड़ों का हेरफेर कर रहे थे, हवाला में लगे थे. शेल कंपनियां बनाकर पैसा पार्टी के नाम पर डालना. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने फर्जी कंपनियों से चंदा लिया. अब तो यह स्पष्ट है अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट है. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने देश के साथ गद्दारी की है.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को अब इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ भिजवाकर रहूंगा. इसके बाद वह बेहोश हो गए.
इस सब के बीच भूख हड़ताल के पांचवें दिन उनकी सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है. डॉक्टरों की टीम ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा था. लेकिन, कपिल इसके लिए तैयार नहीं हुए थे. उनका कहना है कि जिन डॉक्टरों की टीम से उनकी रिपोर्ट ली जा रही है वो सही नहीं है. दिल्ली पुलिस की एक टीम वहां लगातार मौजूद है.
मिश्रा के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर तंबू लगाया गया है. बता दें कि इस भूख हड़ताल के लिए उनकी मांग वे पहले ही साफ कर चुके हैं. उन्होंने साफ कहा है कि जब तक आम आदमी पार्टी अपने पांच नेताओं के विदेश दौरों की जानकारी पार्टी सार्वजनिक नहीं करेगी, तब तक वह अनशन करेंगे.
जानकारी के लिए बता दें कि कपिल मिश्रा जिन पांच आम आदमी पार्टी के नेताओं के विदेश दौरों की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं वे पांच नाम हैं – संजय सिंह, राघव चढ्ढा, आशीष खेतान, अशुतोष और दुर्गे़श पाठक.
कपिल मिश्रा का आरोप है कि इन लोगों को पार्टी के फंड का दुरुपयोग करते हुए विदेश दौरों का निजी लाभ उठाया है. उन्होंने कहा कि ये पांच क्यों विदेश गए थे, किसके खर्चे पर गए थे, कहां रुके थे, किससे मिले थे.
उनका कहना है कि पार्टी लगातार पिछले कुछ समय से यह कह रही है कि पार्टी के पास फंड की कमी है, तो आखिर ये नेता किसके खर्चे पर विदेश यात्राओं का लाभ ले रहे थे. उन्होंने कहा कि ये लोग रूस भी गए थे. वहां क्यों गए थे. वहां तो पार्टी का न वजूद है न ही कोई समर्थक.
कपिल मिश्रा पहले ही कह चुके हैं पार्टी संजय सिंह विदेश दौरों पर गए थे और लोगों से टिकट आदि के नाम पर पैसे वसूल रहे थे. इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक आरोप लगाए कि संजय सिंह के अलावा उनके रिश्तेदार भी यह काम करने में लगे रहे. बता दें कि पंजाब चुनाव के दौरान में भी संजय सिंह पर इस प्रकार के कई आरोप लगे थे. बता दें कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक चिट्ठी भी लिखी है.