स्वाईन फ्लू और डेंगू के उपचार और रोकथाम के प्रयास युद्ध-स्तर पर हो मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये है कि, स्वाईन फ्लू और डेंगू नियंत्रण के प्रयास युद्ध-स्तर पर हो।
उज्जैन 9 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री ने आदेश देते हुए कहा कि डेंगू और स्वाईन फ्लू के उपचार एवं रोकथाम उपायों की दैनिक आधार पर समीक्षा की जाये। निजी अस्पतालों के साथ निरंतर तालमेल रखा जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि उपचार एवं औषधियों की उपलब्धता की नियमित मानीटरिंग हो। दवाएँ बच जायें किन्तु उनकी कमी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोगों की रोकथाम के प्रयासों में जन-जागृति के प्रयासों की निरंतरता बनाए रखने पर बल दिया। उन्होंने आवश्यक उपकरणों, लेबों और टेस्ट सामग्री के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने उपचार के संबंध में हो रहे नवीन अनुसंधानों और शोधों की भी अद्यतन जानकारियाँ रखने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिये।
विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि, प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में फीवर ओ.पी.डी. का गठन किया गया है। जहाँ पर बुखार के रोगियों का परीक्षण किया जा रहा है। स्वाईन फ्लू की आंशका वाले रोगियों की तत्काल जाँच करवाई जाती है। स्वाईन फ्लू की जाँच के लिए आवश्यक किट और औषधियाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। टेमीफ्लू टेबलेट 1.5 लाख, एम.जी.एन 95, मास्क 7500, 2000 वी.टी.एम किट और 2000 पी.पी.ई. किट और शासकीय अस्पतालों के लिए 30 वेंटीलेटर अतिरिक्त खरीदे जा रहे हैं। डेंगू प्रभावित क्षेत्र शिवपुरी में लार्वा नष्ट करने का कार्य प्रभावी तरीके से हो रहा है। लार्वा उपलब्धता का प्रतिशत 40 से घटकर 10 हो गया है। राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की चिकित्सा मार्गदर्शिका का प्रभावी अनुपालन किया जा रहा है। स्वाईन फ्लू के गंभीर रोगियों के उपचार कार्य के लिए संयुक्त चिकित्सा दल गठित किया गया है, जो शासकीय और अशासकीय अस्पतालों में भर्ती रोगियों के उपचार की निगरानी कर रहा है।
विद्यालयीन समय उपरान्त भी विद्यर्थियों के लिए अध्ययन सुविधा
जिले में विवेकानंद अध्ययन केन्द्र 13 अक्टूबर से प्रारम्भ होंगे
कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यर्थियों को बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिये जिले में विशेष अध्ययन की सुविधा दी जा रही है। विद्यालयीन समय उपरान्त विद्यर्थियों को अतिरिक्त अध्यापन कराया जायेगा। इसके लिए विवेकानंद अध्ययन केन्द्रों की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन केन्द्रों पर विद्यार्थी अपने नियमित विद्यालयीन समय पश्चात अतिरिक्त रूप से पढ़ाई कर सकेंगे जिनमें वे कमजोर है। जिले के 24 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आगामी 13 अक्टूबर से विवेकानंद अध्ययन केन्द्र प्रारम्भ किये जायेंगे।
कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने बताया कि, विवेकानंद अध्ययन केन्द्रों में वाचनालय, गत वर्षों के प्रश्नपत्र, पाठयक्रम, ब्लूप्रिंट, पाठयपुस्तके, एनसीईआरटी की पुस्तके, गत वर्ष की परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकायें तथा अन्य संदर्भ पुस्तके उपलब्ध कराई जायेगी। केन्द्रों पर उचित प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, इन्वर्टर बैटरी, पंखे, मच्छर भगाने के साधन और स्वामी विवेकानंद का चित्र लगाया जायेगा। ये अध्ययन केन्द्र कक्षा समाप्ति के उपरान्त दो से तीन घण्टे संचालित किये जायेंगे। काउन्सलिंग भी होगी कि परीक्षाओं की तैयारी किस प्रकार करें। आत्मविश्वास जगाने के लिए बोर्ड परीक्षाओं के पूर्व दो बार परीक्षायें भी केन्द्रों पर आयोजित होगी। ताकि छात्रों को उनकी कमियों से अवगत कराकर सुधार लाया जा सके।
केन्द्रों के लिये प्राचार्य स्थानीय स्तर पर शासकीय शिक्षकों की सेवायें उनकी स्वेच्छा के प्राप्त करेंगे। कोई शिक्षक सप्ताह में दो दिन से अधिक कार्य नहीं करेगा। परन्तु स्वप्रेरणा से ज्यादा अध्यापन के इच्छुक शिक्षकों का स्वागत रहेगा। जिन विद्यालयों में विवेकानंद अध्ययन केन्द्र स्थापित किये जा रहे है उनमें माधवनगर उत्कृष्ट उ.मा.वि. उज्जैन, दशहरामैदान क.उ.मा.वि. उज्जैन, क्षीरसागर क.उ.मा.वि. उज्जैन, दौलतगंज क.उ.मा.वि. उज्जैन, धानमण्डी क.उ.मा.वि. उज्जैन, जीवाजीगंज उ.मा.वि. उज्जैन, जॉलसेवा निकेत उ.मा.वि. उज्जैन, सराफा क.उ.मा.वि. उज्जैन, विजयाराजे क.उ.मा.वि. उज्जैन, महाराजवाडा क्रमांक-1 उ.मा.वि. उज्जैन, उत्कृष्ट उ.मा.वि.खाचरौद, क.उ.मा.वि.खाचरौद, बा.उ.मा.वि.उन्हेल, क.उ.मा.वि.उन्हेल, बा.उ.मा.वि.नागदा, क.उ.मा.वि.नागदा, महिदपुर उत्कृष्ट उ.मा.वि, क.उ.मा.वि.महिदपुर, उ.मा.वि.महिदपुर रोड, उत्कृष्ट उ.मा.वि.तराना, क.उ.मा.वि.तराना, क.उ.मा.वि.बडनगर, उत्कृष्ट उ.मा.वि.बडनगर, उत्कृष्ट उ.मा.वि.घटिया शमिल हैं।