स्कूलों का दबाव बढ़ा तो झोन पर भीड़ लगी
निगम के झोन कार्यालयों में एसएसएसएम आईडी के लिये चक्कर काट रहे लोग
उज्जैन। स्कूलों ने बच्चों के माध्यम से पालकों पर ट्रिपल एस एम (समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन) आईडी के लिये दबाव बनाना शुरु कर दिया है। इस दबाव के चलते पालक नगर निगम के झोन कार्यालयों पर भीड़ लगा रहे हैं। उन्हें यहां भी राहत कम और आफत यादा मिल रही है। बगैर चक्कर काटे किसी को भी राहत नहीं मिल पा रही है। मुख्य बात सामने आ रही है कि पर्याप्त सर्वे एक नहीं बल्कि कई जगह नहीं हुआ है। इसका परिणाम आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के तहत सबसे पहले बच्चों के स्कूलों में उनके नाम इन्द्राज किये जा रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश अनुसार यह कार्य शिक्षा विभाग करवा रहा है। स्कूलों में इस कार्य के लिये परिवार का ट्रिपल एस एम आईडी मांगा जा रहा है। हालत यह है कि अव्वल तो बच्चों के और पालकों के मामला समझ ही नहीं आ रहा है। स्कूलों से भी ऑन लाइन आईडी बताने पर शुरुआत में तो पालक एमपी ऑनलाइन सेंटरों पर पहुंचे थे। जहां वेब पोर्टल खोलने पर भी कोई जानकारी नहीं मिली तो फिर नगर निगम के झोन के चक्कर लगाने का क्रम शुरु हो गया है।
एक बार में नहीं मिल रहा नाम
झोन कार्यालयों पर ट्रिपल एस एम आईडी के लिये जाने वाले पालकों को लम्बी लाइनों में लगना पड़ रहा है। इस पर भी उपस्थित कर्मचारी तमाम दस्तावेज की मांग कर रहे हैं। दस्तावेज के संबंध में नगर निगम की ओर से अब तक कोई वैधानिक विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है। न ही आम नागरिकों को इससे संबंधित कोई जानकारी ही उपलब्ध कराई गई है। इस कारण से लम्बी लाइन में लगने के बावजूद आम आदमी को लाइन से बाहर होना पड़ रहा है। तमाम कागजात जुटाकर लाने के बाद भी कमियों के चलते तीसरे चक्कर में एक फार्म हाथ में पकड़ाया जा रहा है और उसे भरवाकर मांगा जा रहा है। इसके बाद भी इस बात की ग्यारंटी नहीं है कि ट्रिपल एस एम की आईडी उपलब्ध करा दी जाएगी।
क्या है ट्रिपल एस एम आईडी
समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के तहत नगर निगम ने शहर भर में सर्वे करवाया था। इस सर्वे में परिवार की पूरी जानकारी ली गई थी। इसी जानकारी में परिवार को एक कोड दिया गया था। यही कोड आईडी के रुप में अंकित है। परिवार के बच्चों का नाम भी इसी में शामिल है। इस आईडी के आधार पर संबंधित पोर्टल में सम्पूर्ण परिवार की जानकारी उपलब्ध है।
चार झोन में जानकारी पांचवें में नहीं
नगर निगम के झोन 5 में ट्रिपल एस एम आईडी की झोन में जानकारी नहीं है। असल में पूर्व समय में नगर निगम के शहर में 4 झोन थे। इसी को आधार मानते हुए ट्रिपल एस एम का सर्वे हुआ था। इसमें मूल जनगणना को माना गया है। जनगणना के समय जो स्थिति और झोन थे उसी मान से समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन सर्वे भी किया गया था। इसी के चलते शहर के चार झोनों में जानकारियां रखी गई हैं। पांचवां झोन इस झंझट के फंदे से मुक्त जैसा ही है।
दिनभर खड़े हो रहे पालक
समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन सर्वे की आईडी का काम योजना के मान से आगामी समय को देखते हुए किया गया है। इस योजना की सजा वर्तमान में तो पालकों को भुगतना पड़ रही है। झोन कार्यालयों में पालक दिन-दिन भर आईडी जानने के लिये खड़े हो रहे हैं। लम्बी लाइनों में खड़े होने के बाद कहीं जाकर उनका नम्बर आ रहा है। इस पर भी यह तय नहीं है कि जानकारी मिल ही जायेगी, अथवा नहीं। पालकों के लिये यह बड़ा परेशानीदायक मुद्दा बनता जा रहा है।