सेना का चीता हेलीकॉप्टर भूटान में गिरा, बर्थडे पर पायलट शहीद
भूटान,27 सितंबर (इ खबरटुडे)। भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर शुक्रवार को भूटान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में उसके दोनों पायलट शहीद हो गए। इममें से एक पायलट का आज ही जन्मदिन था। हेलीकॉप्टर का मलबा मिल गया है। अधिकारियों के मुताबिक, हादसा दोपहर करीब 1बजे के करीब हुआ। हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
शहीद होने वाले पायलट में भारतीय सेना का एक लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक का अधिकारी शामिल है। दूसरा भूटान का पायलट था जो कि भारतीय सेना के साथ प्रशिक्षण ले रहा था। भारतीय पायलट की पहचान सेना के एविएशन कोर के लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार के रूप में हुई है। जबकि दूसरे पायलट की पहचान रॉयल भूटान सेना के कैप्टन कलजांग वांग्डी के रूप में हुई है।
पहले से हो रही चीता हेलीकॉप्टर को हटाने की मांग
सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने बताया कि एकल इंजन वाले चीता हेलीकॉप्टर ने अरुणाचल प्रदेश के खिरमू से भूटान के योंगफुल्ला के लिए उड़ान भरी थी। दोपहर लगभग एक बजे हेलीकॉप्टर से संपर्क टूट गया और वो राडार से ओझल हो गया।
जानकारी के मुताबिक, पिछले 40 साल से इस्तेमाल किए जा रहे चीता हेलीकॉप्टर को आर्मी अफसर लंबे समय से हटाने की मांग कर रहे हैं। ये हेलीकॉप्टर आज भी 60 के दशक की तकनीक से उड़ान भर रहे हैं। चीता हेलीकॉप्टर अपनी तय उम्र से ज्यादा सेवा दे रहे हैं।
सेना में करीब 170 चीता और चेतक हेलीकॉप्टर हैं। 1990 में ही सरकार ने इनका प्रॉडक्शन रोक दिया गया था। फ्रांस की जिस सरकारी कंपनी के लाइसेंस पर हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ये हेलीकॉप्टर बना रही थी वह 2000 से बंद है। हाल ही में 8 अपाचे मॉडर्न हेलीकॉप्टर सेना में शामिल किए गए हैं।