सुपोषण अभियान के मंगल दिवस के अवसर पर ग्राम बिरमावल में चार बच्चो का अन्नप्राशन मनाया गया
रतलाम 14 फरवरी(इ खबरटुडे)।सुपोषण अभियान के दूसरे दिन मंगल दिवस के अवसर पर ग्राम बिरमावल में चार बच्चो का अन्नप्राशन मनाया गया इस अवसर पर श्रीमति ज्योत्स्ना आठे ने अन्नप्राशन का अर्थ बताते हुए इसका महत्व बताया ,कार्यक्रम में श्रीमति आठे ने बताया कि यदि बच्चो के ६ माह पुण होने के बाद सही समय पर ऊपरी आहार की शुरुवात की जाए तो बच्चे स्वस्थ रहते है.
भारत में प्रमुख हिंदू अनुष्ठानों में से एक है अन्नप्राशन एक बच्चे को उसकी अन्ना अन्नप्राशन समारोह के समय तक , केवल दूध पर रहता है . इस अवसर पर बच्चे के भोजन पैटर्न बदल जाता है और वह पहली बार के लिए घर का बना भोजन दिया जाता है .जिसे अन्नप्राशन के रूप में जाना जाता है और सचमुच के लिए पहली बार बच्चे अन्ना खिलाने का मतलब है ही अन्नप्राशन ‘
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ग्राम बिरमावल के सरपंच कन्हैयालाल मालवी एवं जितेंद्र राठौड़ उपस्थित थे। महिला व बाल विकास परियोजना की विभिन्न योजनाओं की जानकारी श्रीमति आठे ने दी। कार्यक्रम का आभार पोषणसहयोगिनी पूजा प्रजापत ने माना एवं कार्यक्रम में सक्रियता कार्यकर्ता प्रेमलता परमार ,उर्मिला प्रजापत ने दिखाई।