सीने से बाहर निकल रहे दिल को तौलिए से बांधकर आठ किमी चला
बीना (सागर),20जून(इ खबरटुडे)। कुल्हाड़ी के हमले से घायल हुआ एक व्यक्ति शरीर से बाहर निकल रहे दिल को तौलिए से बांधकर गिरते पड़ते आठ किलोमीटर पैदल चला। जब थाना 200 मीटर दूर बचा, तब घायल के शरीर ने जवाब दे दिया और वह लड़खड़ाकर गिर गया। घाव से बह रहे खून को उसकी पत्नी पल्लू से पौछ कर आगे बढ़ने का ढांढस बंधा रही थी।
प्रयास असफल रहा, तब उसने स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को घटना की जानकारी दी। खबर मिलते ही पुलिस भी हाथ में लिए चाय का प्याला छोड़कर घायल को लेकर तुरंत अस्पताल लाई। घायल की स्थिति नाजुक होने पर उसे सागर रेफर कर दिया गया।
कुल्हाड़ी के हमले में घायल हुए बेथनी निवासी देवी पिता जालम आदिवासी ने लड़खड़ाती आवाज में बताया कि शनिवार रात करीब 10 बजे वह घर के बाहर अपनी पत्नी के साथ बैठा था। इसी दौरान चिन्नू पिता बबुआ आदिवासी ने अचानक आकर मुझ पर पर कुल्हाड़ी से हमला किया है। इस हमले के पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
चिन्नू के खिलाफ देवी ने कोर्ट में गवाही दी थी
करीब 8 साल पहले गांव में एक नाबालिग ने चिन्नू की छेड़छाड़ की हरकतों से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 305 के तहत केस दर्ज किया था। चिन्नू के खिलाफ देवी ने कोर्ट में गवाही दी थी। गवाही के दम पर चिन्नू को इस मामले में सजा हुई थी। इसी बात पर चिन्नू, देवी से रंजिश रखता था। वह बदला लेने के मौके की तलाश कर रहा था। शनिवार रात मौका मिलते ही उसने देवी के सीने पर आरोपी कुल्हाड़ी से हमला कर भाग गया।
कोई नहीं आया मदद करने
देवी आदिवासी अपनी पत्नी तथा दो छोटे बच्चों के साथ गांव से करीब डेढ किलोमीटर दूर पठार पर रहती है। वहा करीब एक दर्जन बंजारे तथा आदिवासी परिवार रहते हैं। लेकिन घटना के बाद किसी ने उसकी मदद नहीं की। घायल की पत्नी ने बताया कि दो छोटे बच्चों घर पर छोड़कर रात करीब 10 बजे पति के साथ वह पुलिस थाने के लिए रवाना हुए।
पति को खून बह रहा था। वह चलने में असमर्थ थे। लेकिन मैं उनका सहारा बनकर पूरी रात चलती रही। हिम्मत टूट जाने पर पति को जमीन पर लिटा देती थी। थोड़ा आराम करने के बाद फिर चलने लगते थे। आखिरकार सुबह तक पुलिस थाना के पास पहुंच गई। तब कहीं जाकर राहत की सांस ली।
नहीं मिली सूचना
घटना के संबंध में गांव के एक भी व्यक्ति ने पुलिस को सूचना नहीं दी। यहां तक कि ग्रामीणों न तो डायल 100 को फोन किया और न 108 को सूचना दी। घायल अपनी पत्नी के साथ भानगढ़ के पास पड़ा हुआ था। सूचना मिलते ही उसे तत्काल अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया गया है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरु कर दी हैं।