सिंहस्थ मेला क्षेत्र में होगा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन
उज्जैन,1 फरवरी (इ खबरटुडे)। उज्जैन में अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ के दौरान मेला क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट का बेहतर प्रबंधन होगा। रोजाना 1000 से 1200 मीट्रिक टन कचरा उठाने की व्यवस्था रहेगी।
शाही स्नान दिवस पर 2500 मीट्रिक टन कचरा उठाने की रहेगी व्यवस्था
शाही स्नान के दिनों में कचरे उठाने की यह मात्रा बढ़कर 2000 से 2500 मीट्रिक टन हो जायेगी। प्रतिदिन कचरा उठाव के बाद इसके सुरक्षित निपटान के लिये कचरे को अस्थायी ट्रेंचिंग ग्राउण्ड और फिर ग्राम गोंदिया के स्थायी ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पर पहुँचाया जायेगा।
सिंहस्थ अवधि के दौरान ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का खाका तैयार कर लिया गया है। मेला क्षेत्र में 5000 सफाईकर्मी तैनात रहेंगे। सिंहस्थ के दौरान दिन में कम से कम 3 बार सफाई की व्यवस्था रहेगी। सफाई में मशीनों की भी मदद ली जायेगी। श्रद्धालुओं को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सफाई कार्य पर पैनी नजर रखी जायेगी।
सफाई कार्य की मॉनीटरिंग के लिये प्रबंधक, सह प्रबंधक और सुपरवाइजर की भी नियुक्ति की जा रही है। इनके बीच बेहतर समन्वय और संवाद के लिये सफाई कार्य में लगे कार्मिकों को वॉकी-टॉकी और जीपीएस सिस्टम से लेस किया जायेगा। क्षिप्रा नदी में बहते कचरे के संग्रहण के लिये पर्याप्त संख्या में बोट की व्यवस्था भी की जा रही है। नदी के विभिन्न हिस्सों में नेट के जरिये कचरा संग्रहीत किया जायेगा।
हाई प्रेशर वॉटर जेट का उपयोग
क्षिप्रा नदी के घाटों की सफाई के लिये हाई प्रेशर वॉटर जेट मशीन का उपयोग भी किया जायेगा। ऐसा करने पर घाट पूरी तरह से धूलरहित रहेंगे। सफाई में उच्च गुणवत्ता वाले केमिकल के उपयोग किये जाने की भी योजना है। केमिकल के सुरक्षित भण्डारण के लिये जगह-जगह पर स्टोर बनाये जा रहे हैं। मेला क्षेत्र में सफाई कार्य में लगे कर्मियों को यूनीफार्म और परिचय-पत्र दिया जायेगा। यूनीफार्म पर उज्जैन नगर निगम का ‘लोगो’ भी रहेगा।
सफाई संबंधी किसी भी शिकायत के लिये टोल-फ्री नम्बर की व्यवस्था
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में सफाई करने वाली एजेंसी कंट्रोल-रूम भी बनायेगी। सफाई संबंधी किसी भी शिकायत के लिये टोल-फ्री नम्बर की व्यवस्था भी होगी। मेला अवधि में कंट्रोल-रूम 24×7 की तर्ज पर काम करेगा। मेला क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में बड़ी संख्या में वाहन का इस्तेमाल होगा। व्यवस्था में 400 हाथ-ठेले, 500 व्हील बेरों, 55 छोटे वाहन, 33 डम्पर प्लेसर ट्रक, 6 काम्पेक्टर, 24 बड़े डम्पर प्लेसर ट्रक, 20 बेक हो लोडर तथा 40 टीपर वाहन रहेंगे।
मेला क्षेत्र में कचरे के प्राथमिक संग्रहण के लिये 700 कंटेनर हेड कार्ट तथा 800 विभिन्न आकार-प्रकार के कंटेनर का उपयोग किया जायेगा। मेला क्षेत्र में एक निश्चित दूरी पर डस्टबिन रखे जाने की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं को सफाई के प्रति जागरूक रखने के लिये अभियान चलाकर प्रेरित किये जाने की भी व्यवस्था रहेगी।