November 14, 2024

सिंहस्थ में एक करोड़ से अधिक लोगों के स्नान की रहेगी व्यवस्था

जल-संसाधन विभाग ने की तैयारियाँ
 
उज्जैन,29फ़रवरी (ई खबर टुडे)|उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के लिये जल-संसाधन विभाग ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। प्रत्येक स्नान के लिये 18 घंटे- प्रात: 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक की अवधि में एक करोड़ से अधिक लोगों के स्नान की व्यवस्था की गयी है।

 जल-संसाधन विभाग ने 6 जोन में 35 घाट बनाये हैं। इन घाटों की लम्बाई 7647 मीटर और क्षेत्रफल 28 हजार 818 वर्गमीटर है। इन घाटों पर सीढ़ियों वाले स्थान पर 36 लाख वर्गमीटर से अधिक क्षमता का विकास किया गया है।
कालभैरव जोन में सिद्धवट घाट के बायीं तरफ, वाल्मीकी घाट के दायीं तरफ, ऋणमुक्तेश्वर घाट के दायीं तरफ, भृर्तहरि गुफा के दायीं ओर, ओखलेश्वर घाट के दायीं तरफ, विक्रांत भैरव घाट के बायीं तरफ, कालभैरव घाट के बायीं तरफ और सिद्धवट घाट के बायीं तरफ 506 मीटर लम्बाई के 8 घाट बनाये गये हैं। इनका क्षेत्रफल 1112.9 वर्गमीटर है। इनकी कुल क्षमता 5 लाख 10 हजार 200 लोगों की है। इसी तरह मंगलनाथ जोन में 496.5 मीटर लम्बे 5 घाट बनाये गये हैं। इनका क्षेत्रफल 931.7 वर्गमीटर है। इनकी क्षमता 2 लाख 23 हजार 600 लोगों की है। दत्त अखाड़ा जोन में 2432 मीटर के 7 घाट बनाये गये हैं। इनका क्षेत्रफल 9952 वर्गमीटर है और इनकी क्षमता 23 लाख 88 हजार 500 लोगों की है। महाकाल जोन में 3147 मीटर के 9 घाट बनाये गये हैं। इनका क्षेत्रफल 11 हजार 986.80 वर्गमीटर है। इनकी क्षमता 28 लाख 76 हजार 840 लोगों की है। त्रिवेणी जोन में 1065 मीटर लम्बाई के 6 घाट बनाये गये हैं। इनका क्षेत्रफल 4835 वर्गमीटर है और इनकी क्षमता 11 लाख 60 हजार 400 लोगों की है।
धार्मिक स्नान के बाद स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित
घाटों पर श्रद्धालुओं के आने-जाने के मार्ग का भी चिन्हांकन किया गया है। घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था, खान नदी डायवर्सन का क्रियान्वयन, घाटों पर बेरीकेड्स की व्यवस्था कर क्षिप्रा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिये विभाग जन-जागरण अभियान भी चलायेगा। विभाग की मुख्य जिम्मेदारी धार्मिक स्नान के दौरान 1.20 मीटर पानी का लेवल उपलब्ध करवाना और प्रत्येक धार्मिक स्नान के बाद स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना भी है।

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