सरकार सिंहस्थ में 10 करोड़ खर्च कर श्रद्धालुओं को धूल से बचाएगी
उज्जैन,10 मार्च(इ खबरटुडे)।सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार कच्ची सड़कों पर धूल परेशान नहीं करेगी। सड़कों पर धूल को उड़ने से रोकने के लिए ऑस्ट्रेलियन तकनीक से ऑर्गेनिम मटेरियल (पॉलिमर) बिछाया जाएगा। इस पर करीब 10 करोड़ स्र्पए का खर्च संभावित है।
आधुनिक तकनीक का उपयोग
देश में पहली बार सिंहस्थ मेला क्षेत्र की कच्ची सड़कों पर यह प्रयोग किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में 15 किमी लंबाई की 80 फीट चौड़ी सड़कें अस्थाई रूप से बनाई गई हैं। सिंहस्थ में इन पर तीर्थयात्रियों को धूल के गुबार से परेशानी न हो, इसके लिए इस आधुनिक तकनीक का उपयोग हो रहा है।
60 फीट चौड़ी सड़कों पर भी इस तकनीक का इस्तेमाल
बुधवार को जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्रसिंह ने परीक्षण के तौर पर बिछाए पॉलिमर को देखने के बाद इसे पहली नजर में हरी झंडी दे दी है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग से प्रस्ताव मंगाया है। इस प्रस्ताव में 80 फीट चौड़ी कच्ची सड़कों को शामिल किया जाएगा। 60 फीट चौड़ी सड़कों पर भी इस तकनीक का इस्तेमाल हो सकता है।
पानी डाल, गाड़ी चलाई और कहा वाह
प्रभारी मंत्री को ऑस्ट्रेलियन कंपनी के अधिकारियों ने कहा पॉलिमर बिछाने से कच्ची सड़क पर प्लास्टिक की परत-सी बिछ जाएगी। इससे करीब 3 माह तक रोड पर धूल नहीं उड़ेगी। मंगलनाथ क्षेत्र में बनी 80 फीट चौड़ी सड़क पर प्रयोग के तौर पर एक हिस्से में पॉलिमर डाला गया है।
प्रभारी मंत्री के समक्ष प्रशासनिक अफसरों ने इस पर पानी डाला फिर गाड़ी चलाकर भी देखी कि धूल उड़ती है या नहीं। गाड़ी चलने पर जब धूल का एक कण नहीं उड़ा तो मंत्री सहित सभी अफसर कह उठे वाह, यह तो सिंहस्थ के लिए बहुत जरूरी है। पॉलिमर के कारण उपजाऊ जमीन को कोई खतरा न हो इसके लिए एक छोटे से टुकड़े पर गेहूं के दाने भी डाले गए हैं। अंकुरण होने पर यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि पॉलिमर से बाद में किसानों को कोई दिक्कत नहीं आएगी।