संसाधन नहीं साहस महत्वपूर्ण
वार्षिकोत्सव में सहित्यकार व कवि अजहर हाशमी ने कहा
रतलाम,3 जनवरी(इ खबर टुडे)। आगे बढ़ने के हिए संसाधन नहीं बल्कि साहस जरूरी है। साहस हो तो संसाधन की कमी भी सफलता के आड़े नहीं आती। यह बात साहित्यकार एवं कवि अजहर हाशमी ने कह। वे दिलीपनगर स्थित विवेक हायर सेकंडरी स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे। उन्होंने राक्षस और बहादुर बच्चे की कहानी के माध्यम से साहस का महत्व बताया।
विशेष अतिथि वाणिय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस. के. जोशी ने कहा वे बड़े बच्चों को तो रोज देखते हैं। आज छोटे बच्चों के बीच आकर उन्हें अपने स्कूल के दिन याद आ गए। डॉ. जोशी के अनुसार दिखावे और चकाचौंध से यादा यादा महत्वपूर्ण है शिक्षकों का विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए किया जा रहा कार्य है। माणकचौक स्कूल के सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला ने संस्था के उतार-चढ़ाव और शिक्षा के क्षेत्र में दिए योगदान का स्मरण किया। उन्होंने कहा वे कई शैक्षणिक संस्थाओं के वार्षिकोत्सव में शामिल हुए लेकिन जिस शिद्दत से यहां प्रस्तुतियां दी गईं, वे कहीं और नहीं देखने को मिलीं।
अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी कोमलसिंह कुमठ, विशेष अतिथि पत्रकार नीरज शुक्ला, समता शिक्षा समिति के सी. पी. सोनगरा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। मां तुझे सलाम और दामिनी के साथ हुई यादती पर आधारित प्रस्तुति देख अतिथियों सभी की आंखें नम हो गईं। इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य के लिए शिक्षक मोइनउद्ददीन कुरैशी, गजनफर खान, कमलेश डोडियार व जितेंद्रसिंह राठौर का अतिथियों ने सम्मान किया। अतिथियों को स्मृति चिह्न संस्था संचालकों ने दिए। इससे पूर्व संस्था परिचय प्राचार्य तृप्ति शुक्ला ने दिया। संचालन कमलेश डोडियार ने किया। आभार संस्था अध्यक्ष श्रीप्रकाश शुक्ला ने माना।