संबंधों को बनाना आसान है लेकिन निभाना मुश्किल,पूर्व कलेक्टर राजेंद्र शर्मा के सम्मान समारोह में प्रो हाशमी ने कहा
रतलाम,26 दिसंबर(इ खबरटुडे)। संबंधों को बनाना आसान है, लेकिन उनका निर्वाह करना मुश्किल है। बड़े ओहदे पर रहने वाले अधिकारियों के लिए तो नामुमकिन होता है। मगर पूर्व कलेक्टर राजेंद्र शर्मा का व्यक्तित्व इससे अलग है। इनके व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखा जा सकता है।
यह विचार प्रख्यात चिंतक प्रोफेसर अजहर हाशमी ने गुरुवार को अपने निवास पर महाविद्यालय विद्यार्थी परिवार द्वारा पूर्व कलेक्टर राजेंद्र शर्मा के स्वागत समारोह में व्यक्त किए। प्रो हाशमी ने कहा कि जो सत्पुरुष हो, जो संवाद करें, वहीं सफल व्यक्ति होता है। श्री शर्मा अपनत्व का अध्याय हैं। ऐसे व्यक्ति जब आते हैं तो बसंत आता है, बाहर आती है।
प्रो. हाशमी से मिलती है उर्जा : शर्मा
महाविद्यालय विद्यार्थी परिवार द्वारा पूर्व कलेक्टर श्री शर्मा का शाल श्रीफल से सम्मान किया गया। अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में श्री शर्मा ने कहा कि प्रोफेसर हाशमी अद्वितीय हैं। उनकी आत्मियता मिलने को प्रेरित करती है। जब भी समय मिलता है। मैं अवश्य प्रोफेसर हाशमी से मिलता हूं। उनसे मिलकर ऊर्जा मिलती है।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर विद्यार्थी परिवार अध्यक्ष सतीश त्रिपाठी, मार्गदर्शक तुषार कोठारी, हेमंत भट्ट, कमल सिंह जाधव, भारत गुप्ता, माधव सक्सेना आदि मौजूद थे।