संघोष सामाजिक सेवा समिति ने किया जैविक कृषि कार्यशाला’’ का आयोजन
रतलाम,30 मार्च(इ खबरटुडे)। संघोष सामाजिक सेवा समिति के आयोजन में एप्को के प्रयोजन से आज बड़बड हनुमान मंदिर सैलाना रोड़, रतलाम पर ‘‘जैविक कृषि कार्यशाला’’ का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में रतलाम, सैलाना, जावरा, मंदसौर, खाचरौद आदि से जैविक कृषक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य रासायन विहिन खेती को बढ़ावा देना है जिससे रासायन खाद एवं कीटनाशकों के प्रयोग से मानव स्वास्थ्य पर हो रहे दुष्प्रभाव को रोका जा सकें
निरंतर गिरता भू जल स्तर मानव एवं ग्रामीण क्षेत्र तक फैल रही रक्तचाप एवं केंसर आदि बीमारियां और छोटे-छोटे कृषि मित्र कीटों का नाश भी रसायन के अंधाधुंन प्रयोगों से हो रहा इन सब के चलते किसानों के घर से गौवंश समाप्ति की ओर है जब कि हमारी कृषि का ही आधार गौवंश रहा है इसलिए जैविक कृषि को बढ़ावा देने पर ही गौवंश की रक्षा हो सकती है इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जैविक कृषि कार्यशाला के लिए 200 प्रतिभागियों का चयन किया गया और कार्यशाला में संकल्प पत्र भरने का आग्रह किया गया जिसमें अपनी जमीन के दो बीघा, चार बीघा या उससे अधिक जैविक कृषि का संकल्प करवाया गया। संस्था द्वारा प्रतिभागियों से चर्चा करके जैविक कृषि को बढ़ाते रहने का आग्रह किया गया कार्यशाला के मुख्य अतिथि प्रमेश मईड़ा अध्यक्ष जिला पंचायत रतलाम अध्यक्षता कमल जैन समाजसेवी, विशेष अतिथि भानुप्रताप शक्तावत, उपाध्यक्ष कृषि उपज मण्डी रतलाम राजमल जैन समाज सेवी, के.एस. खपेडि़या डी.डी.ए. एग्रीकल्चर जिला रतलाम, रत्नेश विजयवर्गीय जन अभियान परिषद् जिला समन्वयक रतलाम, इनके अतिरिक्त विषय विशेषज्ञ दयाराम धाकड़ जैविक कृषि विशेषज्ञ खाचरौद, यू.एस. सय्याम सेवानिवृत अतिरिक्त संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग हरिराम शाह (बड़ायला माता जी) संचालक मालवा एग्रोफ्रेश प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, सामुहिक कृषि एवं कृषक समुह का विकास प्रमोद शर्मा ग्राम बांगरोद, सचिव श्री राम गौशाला समाधि खाद विशेषज्ञ मोती राम पाटीदार तितरी मृदा विशेषज्ञ, गौरव अग्रवाल एम.बी.ए. एग्रीकल्चर (पाॅलीहाउस द्वारा उच्च श्रेणी की जैविक कृषि) आदि उपस्थित थे।
प्रमेश मईड़ा जिला पंचायत रतलाम ने एवं मंच पर उपस्थित सभी अतिथि बलराम जी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यापर्ण कर समिति द्वारा जैविक कृषि कार्यशाला को आयोजित करने के लिए बहुत बहुत शुभ कामना दी और कहा कि आज के वैज्ञानिक युग में जैविक कृषि हमारी अनिवार्यता हो गई है। ताकि हम अपनी भूमि एवं जल को सुरक्षित एवं संरक्षित रख सकें।
भानुप्रताप सिंह ने एक दिवसीय कार्यशाला में बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के द्वारा किसानों के हित में अधिक से अधिक जैविक कृषि को अधिक से अधिक बढ़ावा देने के लिए अलग से मंच बनाया गया है। मण्डियांे में भी जैविक उपज को क्रय विक्रय करने के लिए अलग से स्थान सुनिश्चत किया गया। मण्डी में मिट्टी के परीक्षण हेतु भी व्यवस्था की गई है और कृषकों को उसका लाभ लेने के लिए आग्रह किया गया। उन्होंने जैविक खाद बनाने की विधियां भी कृषकों को बताई।
रत्नेश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान चाहते हैं कि कृषकों का उत्पादन अच्छा हो उन्होंने बताया कि जैविक खाद द्वारा उत्पादित गेहूं 5 हजार रुपये क्वींटल एवं देशी घी 800 रु. किलो बिक रहा है और लोग भी रसायनिक खाद द्वारा कैंसर और ब्लडप्रेशर जैसी बीमारियों से बचने के लिए और खरीदने की ओर प्रेरित हो रहे है। छोटे किसानों को चाहिए कि वह सामुहिक खेती को बढ़ावा देवें ताकि अपनी उपज की अच्छी कीमत मिल सकें। आज पंजाब की जमीन रासायनिक खाद के प्रयोग के कारण बंजर हो चुकी है और लोग पंजाब छोड़ने लगे है रसायनिक खाद के कारण कैंसर जैसी बिमारी ने वहां जड़े जमा ली है और इस वजह से पंजाब से चण्डीगढ़ जाने वाली ट्रेन जिसमें कैंसर पीडितों की संख्या ज्यादा होने से ट्रेन का नाम ही ‘‘कैंसर एक्सप्रेस’’ हो गया है। कमल जैन ने कहा कि जैविक कृषि उत्पाद को बेचने के लिए हाट बाजार बनाया जा सकता है ताकि एक ही मंच पर जैविक उत्पाद क्रय विक्रय हो सकें और इसको बढ़ावा मिल सकें।
प्रमोद शर्मा बांगरोद समाधि खाद बनाने की विधि बताई इससे जमीन की उर्वरक क्षमता बढ़ना भी बताया समाधि खाद से फसल को मिलने वाली यूरिक एसीड, सोडियम क्लोरिन आदि सभी आवश्यक पौषक तत्व मिलते हैं।
निरंजन त्रिवेदी ने नौकरी का 10 लाख का पैकेज छोड़कर, मिट्टी परीक्षण का कार्य शुरु किया। मिट्टी परीक्षण करके खेत में कौन सी फसल ली जा सकती है इसका महत्व बताया। कार्यशाला में उपस्थित 150 प्रतिभागियों ने जैविक कृषि का संकल्प लिया। कार्यशाला में हरिराम शाह, दयाराम धाकड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किये और जैविक खाद बनाने की विभिन्न विधियां बताई आभार कमल जैन ने माना।