श्रावण मास के प्रथम सोमवार पर नकबजनी और जेबकटी की वारदात
जेबकटी के बाद श्रध्दालु को मिला खाली पर्स, दूसरे से किया समझौता
उज्जैन,4 अगस्त (इ खबरटुडे)। श्रावण मास के प्रथम सोमवार पर बाबा महाकाल के दर्शन करने को बाहर से आये भक्तों को नकबजनी और जेबकटी जैसी वारदात का सामना करना पड़ा। नकबजनी के मामले में श्रध्दालु से धर्मशाला संचालक ने समझौता कर लिया, वहीं जेबकटी के बाद एक श्रध्दालु को खाली पर्स मिला। महिला का भी पर्स अज्ञात बदमाश ले उड़े।
सोमवार को सुबह से ही महाकाल मंदिर के आसपास आस्था का सैलाब दिखाई दे रहा था। हर कोई बाबा महाकाल के दर्शन के लिए कतार में लगा हुआ था। वहीं बाबा के भक्त मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। कानपुर से श्रध्दालु राजकुमार शर्मा ने रविवार रात मंदिर के समीप ही बनी लोधी धर्मशाला में कमरा लिया था। सोमवार सुबह 7 बजे वह महाकाल मंदिर दर्शन के लिए परिवार सहित गये थे। 10 बजे के लगभग लौटकर धर्मशाला पहुंचे तो उनके कमरे का ताला टूटा हुआ था और सामान गायब था। वह फरियाद लेकर महाकाल थाने पहुंचे तो धर्मशाला का संचालक भी वहां पहुंच गया, जिसने कानपुर से आये राजकुमार शर्मा से मामले में समझौता कर मामले को रफा-दफा कर दिया। शाम को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकले तो भीड़ में इंदौर के सूर्यदेव नगर से परिवार सहित दर्शन के लिए आये दुर्गाप्रसाद वर्मा का महाकाल घाटी पर अज्ञात बदमाशों ने जेबकटी की वारदात को अंजाम देते हुए पर्स उड़ा दिया, जिसमें नगदी और दस्तावेज रखे हुए थे। बाबा महाकाल की सवारी मार्ग से आगे बढ़ी और भीड़ हटना शुरु हुई तो द्वारकाप्रसाद वर्मा को उनका पर्स पुन: पड़ा मिल गया, जिसमें से रुपये गायब थे। एक अन्य वारदात में परदेसीपुरा इंदौर की रहने वाली डाली पति राजेश सुनवय्या का पर्स हरसिध्दि मंदिर के पीछे से अज्ञात बदमाशों ने उड़ा दिया। पर्स में 1800 रुपये नगद घर की गोदरेज की चाबी और अन्य सामान रखा हुआ था। कुछ और श्रध्दालुओं के साथ जेबकटी जैसी वारदात श्रावण मास के प्रथम सोमवार को हुई है। कुछ मामलों में पुलिस ने शिकायती आवेदन भी दिये हैं लेकिन पुलिस का कहना था कि धर्मशाला में हुई वारदात का मामला आपसी समझौते के चलते दर्ज नहीं किया गया। वहीं पर्स चोरी के मामले में आवेदन लेकर जाँच की जा रही है।