शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने में एसबीआई शुन्य क्यों – कलेक्टर
बैंकर्स अपना व्यवहार बेहतर बनायें
रतलाम ,04 अगस्त(इ खबरटुडे)। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने जिले के बैंकर्स द्वारा शासकीय योजनाओं में दिये जा रहे ऋण मामलों की समीक्षा की। कलेक्टर ने योजनाओं में ऋण वितरण की प्रगति पर असंतोष जाहीर करते हुए सभी बैंकर्स को एक माह में अपना लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि समय पर ऋण प्रदान करने से पात्र लोगोें को ऋण प्राप्त हो सकेगें और एनपीए की स्थिति निर्मित नहीं होगी।
वर्ष के अंत समय पर लक्ष्य पूर्ति के दबाव में ऋण मामले में स्वीकृत करने के कारण ही अपात्र लोगों को राशि जारी होने की आश्ंाका बनती है। कलेक्टर ने कहा कि सभी बैंकर्स अपना व्यवहार अच्छा रखे। योजनाओं के लिये पात्र हितग्राहियों को ऋण प्रदान करने के लिये बैंक अपनी और से विशेष प्रयास करंे। कलेक्टर ने विशेष कर स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की प्रगति कम होने के आधार पर असंतोष व्यक्त किया। जबकि इलाहबाद एवं सिंडिकेट बैंक द्वारा ऋण वितरण की स्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
कलेक्टर ने कहा कि बैंको के कर्मचारियों, अधिकारियों के रूखे व्यवहार के कारण सी.एम.हेल्पलाईन में शिकायतों की संख्या बढ़ रही है। इसके लिये विभाग भी जिम्मेदार है। बैंको का दायित्व हैं कि वे अपात्र पाये जाने वाले लोगों केा इसकी लिखित सूचना प्रदान करें एवं पात्र लोगों को तत्काल ऋण वितरण प्रदान करें। समीक्षा के दौरान अंत्यावसायी विभाग एवं खादी एवं ग्रामोद्योग दोनों की उपलब्धि अत्यंत कम पायी गई। कलेक्टर ने कहा कि एक माह में कार्य में प्रगति दिखाई न देने की दशा में कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
यदि बैंकर्स के कार्य में प्रगति दिखाई नहीं देती हैं तो संबंधित बैंकों को ब्लेक लिस्टेड कर शासन की योजनाओं से वंचित करने संबंधी कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी। कलेक्टर ने सुझाव दिया कि वर्तमान समय में सेंटिग वालांे को पर्याप्त ऋण वितरण कराये। आगामी समय में पंचायत भवन निर्माण, सीसी रोड़ निर्माण, शौचालय निर्माण जैसे कार्यो के कारण लोगों को पर्याप्त रोजगार मिल सकेगा और वे प्राप्त किया गया ऋण आसानी से चुका सकेगेें।
कलेक्टर ने कहा कि यदि बैंकर्स हितग्राहियों को समय पर ऋण उपलब्ध करायेगे तो कार्यालय कलेक्टर द्वारा एनपीए हितग्राहियों से ऋण की वसूली संबंधी कार्यवाही भी 15 दिवस में सम्पन्न कराकर बैंकों की राशि वसूली कराई जायेगी। सभी बैंक प्रबंधकों ने आगामी मासिक बैठक में अपना लक्ष्य पूर्ण करने के प्रति कलेक्टर को विश्वास दिलाया। बैठक में एलडीएम, डीएलसी, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण, पिछड़ा वर्ग कल्याण, खादी एवं ग्रामोद्योग, आदिवासी वित्त विभाग आदि अधिकारी उपस्थित रहें।