शबाब पर आने लगा किन्नर सम्मेलन
आयोजनों की शुरुआत के साथ देशभर से किन्नरों का आना जारी
रतलाम, 27 मार्च ( इ खबरटुडे)। शहर में आयोजित किन्नरों के अखिल भारतीय सम्मेलन अब शबाब पर आने लगा है। यह सम्मेलन धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगा है। सोमवार शाम से सम्मेलन में आयोजनों की शुरुआत हुई। किन्नरों ने गरबारास कर सम्मेलन में चार-चांद लगा दिए।
किन्नरों के राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत 23 मार्च गुडी पडवा से हुई है। इसके लिए शुक्रवार से ही देश के अलग-अलग हिस्सों से किन्नरों का सम्मेलन में आना शुरु हो गया था। मंगलवार तक करीब छह सौ किन्नर आयोजन स्थल पर पहुंच चुके है। 26 मार्च सोमवार को पुजा-पाठ के साथ मुख्य रुप से सम्मेलन की शुरुआत हुई। शुरुआत में ढोल की थाप पर किन्नर जमकर नाचे। जिससे आयोजन में रौनक आ गई। इसके बाद बहुचर माता की तस्वीर के आगे सम्मेलन में आए किन्नरों ने काफी देर तक गरबा रास कर आराधना की। गुरु बेबीनंदा की पुण्यतिथी पर सम्मलेन की मुख्य आयोजनकर्ता रजनीबाई और अन्य ने पुजा-अर्चना की। रजनी किन्नर ने बताया कि नाच गाने सहित धार्मिक और मनोरंजक कार्यक्रमों का यह दौर 10 अप्रैल तक चलेगा। सम्मेलन की शुरुआत में किन्नर समाज की परपंरानुसार सभी रिती-रिवाज पुरे किए गए। तमाम रस्मों का पालन करते हुे खींचड़ी के बर्तन से ढक्कन हटाया गया। जिसके बाद खिचंडी खाने वाले किन्नरों का आयोजकों ने पंखा झलकर स्वनागत किया। इस अवसर पर मंगल गीत भी गाए गए। खिंचड़ी तुलाई की रस्म अदायगी के बाद भोजन बनाने वाले महाराज को लच्छा बाधकर और तिलक लगाकर भेंट दी गई वहीं भट्टी पुजन भी किया गया। सम्मेलन को लेकर देशभर से किन्नरों का आना जारी है।
पीले चावल देकर किया था आमंत्रित
सम्मेलन के लिए देश-प्रदेश के किन्नर साथियों को बुलावे के लिए घर-घर जाकर पीले चावल रख आयोजन की पत्रिका देते हुए आंमत्रित किया गया है। कार्यक्रम में प्रदेश की किन्नर विधायक भी शामिल होगी। यह आयोजन एक पखवाड़े तक चलेगा। शहर में कई वर्षो बाद अखिल भारतीय किन्नर सम्मेलन होने जा रहा है। सम्मेलन में कलकत्ता, मुंबई, हैदराबाद, पूना, लखनऊ , कानपुर, आगरा, बिकानेर, अजमेर, किशनगढ़, जबलपुर, कटनी सहित अन्य बड़े व प्रदेश के शहरों के किन्नर रतलाम में एकत्र होने जा रहे है। आयोजन 10 अप्रैल तक चलेगा। 17 दिन चलने वाले किन्नरों के कार्यक्रम में किन्नरों के रीति-रिवाज के अनुसार विधिवत कई आयोजन होंगे। पूरा माहौल शादी जैसा हो रहा है। प्रतिदिन नाच-गाना किया जा रहा है। आयोजन में खास आकर्षण का केन्द्र अंतिम दिन निकलने वाली कुंभ कलश यात्रा रहेगी। जिसमें हजारों की तादाद में किन्नर बैण्ड-बाजों के साथ चल समारोह के रूप में शामिल होंगे। यह कलश यात्रा सैलाना रोड स्थित श्रीराम मंदिर से प्रारंभ होगी जो प्रमुख स्थानों से होती हुई आयोजन स्थल पर समाप्त होगी।
रतलाम की खुशहाली का कामना होगी
आयोजनकर्ता राजगढ़ नयागांव निवासी किन्नर रजनी ने बताया कि उनके गुरू देवीनंदा बाई की स्मृति में रतलाम में यह आयोजन किया जा रहा है। साथ ही आयोजन में रतलाम शहर के रहवासियों की सुख-समृध्दि व खुशहाली की कामना की जाएगी। कार्यक्रम में सागर की किन्नर विधायक कमलादेवी, सुहागपुर विधायक किन्नर शबनम मौसी भी शामिल हो रही है। आपने बताया कि सम्मेलन की बागडोर किन्नर बबीता (गौतमपुरा), कालीबाई (झाला नखल), शकीला बाई (उज्जैन) व गुलशन बाई (मंदसौर), की देखरेख में किन्नर शिवानी, बसंतीबाई, मुस्कान, अनिता हसीना बाई दलौदा, अनिता बाई मंदसौर व गुलशन बाई मंदसौर आदि संभाल रही है।