विश्व की सबसे बड़े रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पावर परियोजना का शिलान्यास जनवरी में
उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा 100 करोड़ लागत के विद्युत सब स्टेशनों का भूमि-पूजन
भोपाल 24 नवम्बर (इ खबरटुडे)।उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि किसी भी कार्य को नियत समय पर पूर्ण करना राष्ट्रहित का कार्य है इससे विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। इसी उद्देश्य से मेगा सोलर पावर परियोजना के शिलान्यास से पहले विद्युत सब स्टेशन बनाये जायेंगे ताकि सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली परिवर्तित कर पावर ग्रिड के माध्यम से जरूरी स्थान तक पहुँचायी जा सके
श्री शुक्ल आज रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पावर परियोजना,गुढ़ में लगभग 100 करोड़ रूपये की लागत से बनाये जाने वाले तीन पूलिंग विद्युत सब स्टेशन के भूमि-पूजन कर रहे थे। श्री शुक्ल ने गुढ़ के बरसइतादेश, बदवार तथा रामनगर में शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया तथा प्रस्तावित कार्य-स्थल पर आम का पौधा भी रोपा।
उद्योग मंत्री ने कहा कि अब दुनिया में इस बात की चर्चा हो रही है कि रीवा के गुढ़ में विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लग रहा है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि टेण्डर की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जनवरी माह में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस परियोजना का शिलान्यास करेंगे।
श्री शुक्ल ने कहा कि विन्ध्य में विकास की अपार सम्भावनाएँ थी जिनके दोहन की जरूरत को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महसूस करते हुए राशि उपलब्ध करवाना शुरू कर दिया। इसी का परिणाम है कि अब विंध्य अंचल हर क्षेत्र में विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। रीवा से चारों दिशा में फोर लेन सड़कों का जाल बिछ रहा है। बड़े उद्योग धन्धे स्थापित हो रहे हैं। शीघ्र ही गुढ़ अंचल में भी उद्योग स्थापना के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि गुढ़ से सीधी के लिये टनल के माध्यम से सीधा मार्ग बनेगा। साथ ही बदवार से सीतापुर मार्ग भी एमडीआर में बनाया जायेगा। उद्योग मंत्री ने जानकारी दी कि फोर लेन बनने से कस्बों के अंदर के मार्ग को भी बनाने के लिए शासन स्तर पर कार्यवाही की जा रही है ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्या प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि विन्ध्य में विकास की जो सौगातों का पूरा श्रेय उद्योग मंत्री को है। उन्होंने उम्मीद की कि सोलर प्लांट के बन जाने से इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।उल्लेखनीय है कि पूलिंग उपकेन्द्रों की तीन यूनिट में 15 हेक्टेयर भूमि पर 33/220 के.व्ही. उपकेन्द्रों का निर्माण करवाया जायेगा। इन यूनिट को 33 के.व्ही. की लाइन से जोड़कर 200 के.व्ही. की डबल सर्किट लाइनों द्वारा पावर ग्रिड के 220/400 के.व्ही. उपकेन्द्र से संयोजित किया जायेगा। उद्योग मंत्री ने पावर ग्रिड के निर्माणाधीन उपकेन्द्र का भी अवलोकन किया।