विकास योजनाएं 12 से 15 हजार लोगों को देगी रोजगार-काश्यप
रतलाम,17अक्टूबर(ई खबर टुडे)।आजादी के पहले मालवा निमाड़ में रतलाम का जो स्थान था, उसे पुनः हासिल करने के लिए विकास की लम्बी अवधारणा की गई है। इसके तहत बनाई गई योजनाओं से शहर के 12 से 15 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा। विकास और रोजगार के अवसरों से रतलाम जल्द ही अग्रिम पंक्ति में आ जाएगा। वर्ष 2022 तक सभी योजनाएं धरातल पर आ जाएगी, जिससे हम मालवा के रतलाम को नया बनाने की ओर अग्रसर होंगे।यह बात राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष, विधायक चेतन्य काश्यप ने अपने निवास पर आयोजित पत्रकार दीप मिलन समारोह में कहीं। रतलाम के विकास की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि विकास में राजनीति की अहम भूमिका होती है। मीडिया का सहयोग मिलता है, तो विकास तेज गति से आगे बढ़ता है। रतलाम में 4 सालों के विधायक काल के दौरान उनके द्वारा कई योजनाएं बनवाई गई है, जिनसे जल्द ही शहर की फिज़ा बदलती दिख रही है। गोल्ड कॉम्प्लेक्स, मेडिकल कॉलेज, आरटीओ कार्यालय, महिला-शिशु स्वास्थ्य औषधालय भवन, नमकीन क्लस्टर, जैसी योजनाएं शहर का विकास ही नहीं करेगी, अपितु इनसे हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी निर्मित होंगे। गोल्ड कॉम्प्लेक्स के लिए शहर के मध्य नगर निगम के समीप भूमि चिन्हित की गई है।
मेडिकल कॉलेज के साथ 750 बिस्तरों वालों अस्पताल बनेगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने की घोषणा की थी, लेकिन उस पर किसी का ध्यान नहीं था। उन्होंने मुख्यमंत्री को उनकी घोषणा का स्मरण करवाकर उसे अमल में लाने के प्रयास किए है। वर्ष 2018 से मेडिकल कॉलेज की पहली बैच शुरू करने की योजना पर काम चल रहा है। रतलाम के वर्तमान जिला चिकित्सालय को 200 बिस्तरों के अस्पताल का नया स्वरूप मिलेगा। बाल चिकित्सालय के समीप महिला शिशु स्वास्थ्य औषधालय भवन का शीघ्र ही लोकार्पण कर उसे प्रारंभ किया जाएगा।
श्री काश्यप ने कहा कि शासकीय कार्यों को पूर्ण करवाने में लम्बा समय निकल जाता है, लेकिन रतलाम में मीडिया और अन्य संस्थाओं के सहयोग से 3-4 वर्षों में ही कई योजनाएं मूर्तरूप लेती दिखाई दे रही है। रिंगरोड, बायपास, सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सीवरेज सिस्टम, सुभाष नगर ओव्हरब्रिज, बाजना रोड पर फोरलेन के प्रस्ताव पर भी तेज गति से काम चल रहा है। ट्रांसपोर्ट नगर के लिए भी रतलाम विकास प्राधिकरण की पदेन अध्यक्ष कलेक्टर को निर्देशित कर दिया गया है। इसके लिए रियायती दर पर भूमि प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे है। रतलाम-खाचरौद मार्ग एवं रतलाम-बांसवाड़ा मार्ग बन जाने से शहर में व्यापार व्यवसाय फलीभूत होगा।
श्री काश्यप ने कहा कि वर्ष 2004 में अहिंसा ग्राम बनाने का कार्य करने के बाद वे हर व्यक्ति को आवास का अधिकार दिलाने के लक्ष्य के साथ राजनीति में आए थे। वर्ष 2005 में उन्होंने आवास के अधिकार का शोध-पत्र भी लिखा था व 2012 में इस पर चर्चा शुरू की और 2014 में मुख्यमंत्री श्री चौहान से एक कार्यक्रम के दौरान म.प्र. में आवास का अधिकार लागू करने की मांग की थी। उन्हें गर्व है कि इन प्रयासों से पिछले वर्ष मध्यप्रदेश आवास का अधिकार देने वाला पहला राज्य बन गया। रतलाम में 10 से 12 हजार आवासों की जरूरत है और अब तक 6 हजार आवासों की स्वीकृति हो चुकी है। इससे जल्द ही शहर का स्वरूप बदलने लगेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी 2022 तक देश के हर नागरिक को आवास उपलब्ध करवाने की घोषणा की है।
श्री काश्यप ने बताया कि राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने आउटपुट-आउटकम बजट की व्यवस्था दी है, जो देश में पहली बार किसी राज्य में प्रारंभ हुई है। इसके साथ सीएसआर (कार्पोरेट सोश्यल रिस्पोंसबिलिटी) पर भी कार्य शुरू किया है, जिससे भविष्य में प्रदेश को कई लाभ मिलेंगे। टाटा फाउण्डेशन से 5 हजार ग्रामों को परिवर्तित करने की चर्चा हो चुकी है। रिलायंस फाउण्डेशन से इस दिशा में चर्चा चल रही है। उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि रतलाम के महलवाड़ा का कायाकल्प करने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान को पत्र लिखा है।
औद्योगिक विकास के लिए रतलाम के समीप जुलवानिया से जामथुन तक 10 हजार स्क्वेयर मीटर का क्षेत्र डीएमआईसी (दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रीयल कोरिडोर) के तहत चिन्हित किया गया है। रतलाम में खेलकूद की दृष्टि से मुख्यमंत्री ने एक हॉकी टर्फ की मंजूरी देने का आश्वासन दिया है। समारोह में महापौर डॉ. सुनीता यार्दे, पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य, जिला महामंत्री प्रदीप उपाध्याय, मण्डल अध्यक्ष रमेश बदलानी, जयवन्त कोठारी, संतोष पोरवाल, प्रेस क्लब अध्यक्ष सुरेन्द्र ललवानी एवं वरिष्ठ पत्रकार शरद जोशी मंचासीन थे। संचालन भाजपा जिला उपाध्यक्ष मनोहर पोरवाल ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पत्रकारगण उपस्थित थे।