May 9, 2024

विकासखण्ड स्तरीय समितियों का गठन करें – कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर

रतलाम,01 अप्रैल (इ खबरटुडे)।कृषकों की आय को दुगूना करने के लिये उन्हंे आवष्यक मार्गदर्षन और जानकारियॉ दी जाने के लिये जिले में आगामी 15 अप्रैल से दो मई 2017 तक कृषि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर ने जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए विकासखण्ड स्तरीय समितियों के गठन के निर्देष उप संचालक कृषि को दिये। उन्होने कहा कि कृषकांे की आय को दुगूना करने के लिये आवष्यक हैं कि किसानों को कृषि से सम्बद्ध अन्य विभागों के साथ जोड़ा जाकर उन्हंे लाभान्वित किया जाये।

एक फसली व्यवस्था से किसानों की आय को दुगूना नहीं किया जा सकता। उन्होने कृषि क्रांति रथों के भ्रमण के दौरान किसानों को पशु पालन, नंदन फलोद्यान और खेत-तालाब योजना से लाभान्वित करने के लिये इच्छुक कृषकों की सूची तैयार करने के निर्देष दिये।
कलेक्टर ने उप संचालक कृषि को निर्देषित किया कि भ्रमण के दौरान उनके विभाग के कर्मचारियों के द्वारा खेत तालाब बनाने के इच्छुक हितग्राहियों की सूची तैयार की जायेगी। इसी प्रकार नंदन फलोद्यान के इच्छुक हितग्राहियों की सूची उद्यानिकी विभाग द्वारा तैयार की जायेगीा। कलेक्टर ने दोनांे सूचियॉ प्रत्येक दुसरे दिन सौपने के निर्देष दिये है। उन्होने कहा हैं कि सूचियॉ प्राप्त होने पर निंरतर तकनीकी एवं प्रषासकीय स्वीकृतियॉ भी जारी की जायेगी ताकि कार्य प्रारम्भ हो सके। कलेक्टर ने कहा कि एक फसल से आय दुगूनी होना सम्भव नहीं है और प्रत्येक कृषक अपने खेत में फलोद्यान भी नहीं लगा सकता है। कृषकों को पशु पालन के लिये भी प्रेरित करना निहायत ही आवष्यक है। उन्होने लीड बैंक मैनंेजर के.के.सक्सेना और उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा अनिल कुमार राणा को पषु पालन के इच्छुक कृषकों को आवष्यक ऋण मुहैया कराने के लिये कार्यवाही करने के लिये निर्देषित किया।
कृषि महोत्सव के आयोजन के उद्देष्य
वृहद स्तर पर आयोजित होने वाले कृषि महोत्सव के मुख्य उद्देष्य कृषि एवं सम्बद्ध विषयों जैसे पषुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य पालन आदि पर किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों के मध्य सीधा सम्पर्क कराना, नवीन एवं वैज्ञानिक तकनीकी सुधार से वर्तमान फसलों की उत्पादकता को बढ़ना, नवीन फसल/किस्मों की सम्भावनाओं के आधार पर भविष्य में फसल चक्र को परिवर्तित कर कृषि को लाभ का धंधा बनाना और उद्यानिकी विकास एवं दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी करना है। उद्देष्यों की पूर्ति के लिये किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के साथ उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन, जल संसाधन, ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणी ऊर्जा, राजस्व, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण, स्कूल षिक्षा, आदिवासी विकास, महिला एवं बाल विकास के साथ ही मध्यप्रदेष राज्य, कृषि विपणन बोर्ड को सम्बद्ध किया गया है।
जिला-स्तरीय सलाहकार समिति
कृषि महोत्सव का संचालन जिला स्तरीय सलाहकार समिति के द्वारा किया जायेगा। समिति के अध्यक्ष प्रभारी मंत्री रहेगे। अध्यक्ष जिला पंचायत, सांसद गण, विधायक गण, जनपद अध्यक्ष, समस्त विभागों के जिला प्रमुख समिति के सदस्य रहेगे। कलेक्टर समिति के सचिव रहेगे। समिति के मार्गदर्षन में तैयार की गई रूपरेखा अनुसार कृषि महोत्सव का आयोजन किया जायेगा।
त्रि-स्तरीय समितियों का गठन
जिले में कृषि महोत्सव के आयोजन के क्रियान्वयन के लिये जिला स्तर, विकासखण्ड स्तर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर समितियों का गठन किया जा रहा है। जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित की गई है इसमें कृषि महोत्सव में शामिल होने वाले सभी विभागों के जिला अधिकारी सदस्य है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सदस्य सचिव एवं उप संचालक कृषि सहसचिव है। विकासखण्ड स्तरीय समितियॉ एसडीएम की अध्यक्षता में गठित की जायेगी जिसमें अध्यक्ष जनपद पंचायत एवं अध्यक्ष स्थायी कृषि समिति के साथ सम्बद्ध विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी सदस्य रहेगे। जनपद के सीईओ समिति के सचिव एवं वरिष्ठ विकासखण्ड अधिकारी सहसचिव होगे। ग्राम पंचायत स्तर पर गठित होने वाली समिति के अध्यक्ष सरपंच रहेगे। समिति के सचिव पटवारी, सहायक सचिव, ग्राम पंचायत के सचिव और ग्रामीण कृषि विकास विस्तार अधिकारी नोडल अधिकारी रहेगे। स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, प्राचार्य, प्रधान पठाक, सहायक पषु चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य ग्राम पंचायत स्तरीय अधिकारी समिति के सदस्य रहेगे।

कृषि क्रांति रथ से मिलेगी कृषकों को जानकारी
जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक में उप संचालक कृषि के.एस.खपेडि़या ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मंे कृषि क्रांति रथ कृषकों को जानकारियॉ मॉडल और टेलीविजन के माध्यम से प्रदान करेगा। प्रत्येक रथ प्रतिदिन दो ग्राम पंचायतों का भ्रमण करेगा। प्रत्येक विकासखण्ड में दो रथ चलेगे। रथ निर्धारित रूट चार्ट पर ही चलेगा। प्रत्येक रथ में कृषि वैज्ञानिक, किसान मित्र के साथ तकनीकी दल रहेगा जो कि कृषकों को आवष्यक मार्गदर्षन देगा। कृषक संगोष्ठियों में कृषि क्रांति रथ के सदस्यगण सम्मिलित होकर आवष्यक जानकारियॉ और मार्गदर्षन देगे। सभी सम्बद्ध विभागों की योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाकर लाभान्वित किये जाने हेतु आवष्यक कार्यवाही भी की जायेगी।क्रमांक 353/2017

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