November 24, 2024

लॉक डाउन अवधि में नौ हजार से ज्यादा जारी हुए इ पास,अन्य शहरों से रतलाम आने वालों की संख्या भी नौ हजार से अधिक

रतलाम, 29 मई (इ खबरटुडे)। पिछली बाइस मार्च से शुरु हुए लॉक डाउन के दौरान रतलाम के नौ हजार से अधिक लोगों ने इ पास लेकर अन्य शहरों की यात्रा की,जबकि लगभग इतने ही लोग अन्य स्थानों से रतलाम पंहुचे। एक तथ्य यह भी है कि कोरोना मुक्त होने की ओर बढ रहे रतलाम में अन्य स्थानों से कोरोना संक्रमण भी आया।
लॉक डाउन शुरु होने के कुछ दिनों बाद ही शासन स्तर पर शहर से अन्य स्थानों पर जाने के लिए इ पास जारी करने की व्यवस्था की गई थी। अत्यावश्यक कार्य होने की दशा में इ पास जारी किए जाने का प्रावधान रखा गया था।
इ पास व्यवस्था से जुडे सूत्रों के अनुसार लॉक डाउन अवधि के दौरान इ पास के लिए शुक्रवार दोपहर तक रतलाम में 21 हजार 634 लोगों ने आवेदन प्रस्तुत किए थे। इनमें से 12 हजार 468 आवेदन निरस्त कर दिए गए,जबकि नौ हजार एक सौ छ: लोगों को इ पास जारी किए गए। जबकि 48 आवेदन लम्बित थे। जारी किए गए इ पास रतलाम में रहने वाले व्यक्तियों ने अन्य स्थानों पर जाने के लिए बनवाए थे।
इसी लॉक डाउन अवधि में अन्य राज्यों व प्रदेश के अन्य शहरों में फंसे रतलाम के निवासी भी बडी संख्या में इ पास लेकर रतलाम आए। लॉक डाउन के दौरान लगभग नौ हजार से अधिक लोग अन्यत्र स्थानों से रतलाम आए।
एक तथ्य यह भी है कि तीसरे लॉक डाउन के शुरु होने तक रतलाम के कोरोना मुक्त होने की पूरी संभावना बन गई थी,लेकिन इ पास के माध्यम से रतलाम पंहुचे कुछ लोग कोरोना का संक्रमण लेकर आए और रतलाम कोरोना मुक्त होते होते रह गया। तीसरे लॉक डाउन में मिले करीब चार कोरोना संक्रमित इ पास लेकर अन्य स्थानों से रतलाम आए थे।
इ पास व्यवस्था से जुडे सूत्रों के मुताबिक इ पास लेने वालों में अधिक संख्या उन्ही लोगों की थी,जो इन्दौर,भोपाल,मुंबई और दिल्ली जैसे कोरोना हाट स्पाट स्थानों पर जाना चाहते थे,या वहां से रतलाम लौटना चाहते थे।

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