लापरवाही बर्दाश्त नहीं,सीआर में दर्ज किया जाएगा – कलेक्टर डा.गोयल
ट्रिपल एस मीटिंग में कलेक्टर ने किया ताकीद
रतलाम 23 सितम्बर (इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने कार्यों में उदासीनता एवं लापरवाही बरतने वाले विभागों एवं उनके जिलाधिकारियों को ताकीद किया है कि कर्तव्य निर्वहन में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चेतावनी के बाद भी कार्य नहीं किए जाने पर सीआर में उल्लेख किया जाएगा। डा.गोयल ने लोक सेवा प्रदाय कानून के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर सैलाना की सहायक प्रबंधक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने एवं संबंधित एसडीएम को समय पर कार्य कराने संबंधी पत्र भेजने के निर्देश दिए।
गत दिवस आयोजित ट्रिपल एस (समय सीमा एवं समन्वय) मीटिंग में कलेक्टर डा.संजय गोयल द्वारा सीएम हेल्पलाईन,समाधान आनलाईन,समय सीमा एवं अन्य बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा में कार्य करने की हिदायत दी गई। बैठक में मत्स्य विभाग के जिलाधिकारी को पेंशन प्रकरण के निराकरण में अनावश्यक विलम्ब कर कलेक्टर द्वारा अप्रसंन्नता व्यक्त की गई। उन्होंने 15 दिवस में प्रकरण का निराकरण कर कलेक्टर के समक्ष फाईल प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए कहा कि निराकृत नहीं होने पर न सिर्फ सीआर में उल्लेख किया जाएगा बल्कि वरिष्ठ अधिकारियों को भी तत्काल लिखा जाएगा।
डा.गोयल ने मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को मुख्यालय पर नहीं रहने वाले एवं अस्पताल में देर से जाने वाले चिकित्सकों के विरूध्द कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन चिकित्सकों के विरूध्द सीएमएचओ कार्यवाही कर सकते हैं उनके विरूध्द नियमित एवं अनिवार्य रूप से कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। जिनके विरूध्द कार्यवाही किया जाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता हैं उनकी नस्तियां कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत की जाए ताकि उनके विरूध्द कार्यवाही की जा सके और जिले में आम व्यक्तियों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने में पुख्ता प्रबंध किए जाने में सहयोग मिल सके।
मौके की स्थिति पोर्टल पर भी दिखे
कलेक्टर डा.संजय गोयल ने जिले में लागू की गई उपस्थिति एवं अवकाश प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को हिदायत दी है कि निरीक्षण के दौरान मौके पर वहीं स्थिति दिखे जो पोर्टल पर दिखाई दे रही हो। उन्होंने नियत समय पर उपस्थिति एवं अवकाश संबंधी जानकारियां पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि जिले में प्रथम चरण में 22 विभागों ने इसके अंतर्गत जानकारियां अपलोड करना प्रारंभ कर दिया है। डा. गोयल ने कहा कि इस कार्य के लिए एक अधीनस्थ कर्मचारी को नियुक्त किया जाए ताकि कार्य नहीं होने पर जिम्मेदारी तय की जा सके। इस प्रणाली के लागू होने से अधिकारी-कर्मचारियों की कार्यालयों में उपस्थिति सुनिश्चित हो सकेगी एवं बगैर सूचना के कार्यालयों से नदारत रहने वाले कर्मचारियों को चिन्हित कर लापरवाही के लिए दण्डित किया जा सकेगा।