लम्बी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था बदहाल,रिजर्व कोचेस में धडल्ले से हो रही है चोरियां
रतलाम,31 जुलाई (इ खबरटुडे)। भारतीय रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के कितने भी दावे करें वास्तविकता यह है कि लम्बी दूरी की यात्री गाडियों में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह बदहाल है। ट्रेन के रिजर्व कोचेस में यात्रियों के साथ चोरी दूट आदि की घटनाएं धडल्ले से हो रही है। हाल ही में रतलाम के अधिवक्ता गुजरात सम्पर्क क्रान्ति ट्रेन में चोरों का शिकार बन गए।
अधिवक्ता परिषद रतलाम इकाई के कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र कुलकर्णी,अपनी पुत्री का एडमिशन कराने के लिए 28 जुलाई की रात को गुजरात सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस से अहमदाबाद के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ उनकी पत्नी भी थी। कुलकर्णी परिवार ट्रेन के एस-3 कोच में यात्रा कर रहा था। यह ट्रेन रात साढे ग्यारह बजे रतलाम से रवाना हुई और रात दो से ढाई के बीच गोधरा स्टेशन पंहुची। श्री कुलकर्णी के मुताबिक जैसे ही ट्रेन गोधरा स्टेशन पर पंहुची कि उसी समय कोच में ही सवार एक अज्ञात व्यक्ति श्री कुलकर्णी की पुत्री का बैग छीनकर स्टेशन पर उतर गया और वहां से भाग गया।
चोरी की इस वारदात के बाद श्री कुलकर्णी ने तत्काल गोधरा रेलवे पुलिस से सम्पर्क करने का प्रयास किया,लेकिन उस समय कोई पुलिस कर्मी उपलब्ध नहीं हुआ। काफी देर बाद गोधरा जीआरपी के कर्मचारी उन्हे मिले,जिन्होने घटना की एफआईआर दर्ज करने की बजाय केवल लिखित शिकायत लेकर श्री कुलकर्णी को आगे रवाना कर दिया।
श्री कुलकर्णी के साथ हुई इस वारदात ने लम्बी दूरी की यात्री गाडियों की बदहाल सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करके रख दिया है। अहमदाबाद से लौटने के बाद अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारियों के साथ श्री कुलकर्णी ने मण्डल रेल प्रबन्धक आरएन सुनकर से भेंट कर उन्हे घटना के सम्बन्ध में ज्ञापन सौपा। डीआरएम श्री सुनकर ने इस मामले में त्वरित कार्यवाही करने और सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देते समय अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष किशोर मण्डोरा और सचिव सतीश त्रिपाठी भी मौजूद थे।