November 25, 2024

राम मंदिर के भूमि पूजन को हम राष्ट्र की अस्मिता और गौरव से जोङे-पंडित मुस्तफा आरिफ

रतलाम,03 अगस्त (इ खबरटुडे)। कुरान से प्रेरित महागीत ईश्वर प्रेरणा के लेखक और बाबरी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए सीबीआई अदालत में चल रहै, प्रकरण में मीडिया की ओर से गवाह वरिष्ठ पत्रकार पंडित मुस्तफा आरिफ ने राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बताते हुए आव्हान किया है कि इस अवसर का स्वागत सारे भारतीय एक साथ मिलकर करें।
पंडित मुस्तफा आरिफ ने कहा कि भूमि पूजन का अवसर राष्ट्र को एकता और अखंडता के एक सूत्र में पिरोने का अमूल्य अवसर है, इस अवसर का हम लाभ उठाकर हम इसे राष्ट्रीय गौरव और अस्मिता की रक्षा का पुण्य पर्व बनाएं।
पंडित मुस्तफा के अनुसार हमारी संस्कृति हमारा मूल है जो हमसे अनादिकाल से जुड़ी हुई हैं और सृष्टि के अंत तक जुङी रहेगी। इस नाते त्रेता युग के भगवान विष्णु के अंतिम अवतार राजा राम हमारे लिये सांस्कृतिक महापुरुष हैं। इस ऐतिहासिक तथ्य को स्वीकार करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है।
पंडित मुस्तफा ने कहा कि अनादिकाल से आज तक समय समय पर अनेक महापुरुष आएं जिन्होंने ईश्वर प्रेरणा से हमारा मार्गदर्शन किया और नैतिक, धार्मिक और सामाजिक शुद्धि की अवधारणाएं पेश की। जिससे कि मानव सभ्यता परिष्कृत होती चली गयी।
पंडित मुस्तफा ने बताया कि सृष्टि के अंत तक और भी मार्गदर्शक अपनी-अपनी अवधारणाओं के साथ हमारा पथ प्रर्दशन करेंगे। लेकिन हमें जङ से मुक्ति मिलना असंभव है। जङ पर ही विशालकाय भारत रूपी वट वृक्ष खङा है। विभिन्न धर्म और धारणाएं सुगंधित फूलों की तरह उसे सुशोभित करती है।
पंडित मुस्तफा ने सभी धर्म के अनुयायियों से आग्रह किया है कि सब मतभेद भूलकर राम मंदिर निर्माण के कार्य को भारतीय संस्कृति व सभ्यता से जोङे और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए जा रहे भूमि पूजन का अभूतपूर्व स्वागत सारे देश में उत्सव के रूप में करें।
पंडित मुस्तफा ने कहा कि में कुरान शरीफ का विद्यार्थी हूँ और कुरान की प्रेरणाओं पर आधारित 10000 पदों महागीत ईश्वर प्रेरणा हिंदी में और भारतीय परिवेश में लिखा है। इस नाते में ये दावे के साथ कह सकता हूँ कि कुरान हमें भाईचारे और अपनी जन्मभूमि के सम्मान की प्रेरणा देता है। इसलिए मुस्लिम भाईयों के लिए भी अपनी मूल संस्कृति के प्रति आस्था व्यक्त करने का ये एक अमूल्य अवसर हैं, जिसका हम लाभ उठाकर सारी दुनिया को एक सार्थक संदेश दें।

You may have missed