यूएन में भारत ने उठाया बलूचिस्तान का मुद्दा, पाक को लगाई फटकार
नई दिल्ली,14 सितंबर (इ खबरटुडे)। भारत ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त की टिप्पणी को खारिज करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तुलना नहीं की जा सकती। जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार है जबकि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थोपी हुई सरकार है ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यह बात संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त की उस टिप्पणी के जवाब में कही जिसमें उन्होंने अनुरोध किया है कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर तथा बलूचिस्तान में स्थिति की जांच के लिए एजेंसियों को बिना शर्त वहां प्रवेश की इजाजत देनी चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि मानवाधिकार आयुक्त को स्थिति के बारे में विरोधाभासी तथ्य दिये गये हैं।
विकास स्वरूप ने कहा कि कश्मीर में मौजूदा स्थिति हिजबुल आतंकवादी बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के कारण उत्पन्न हुई है जिसकी कई आतंकवादी घटनाओं में भारत को तलाश थी। इसके साथ ही पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से होने वाले आतंकवाद के कारण स्थिति और बिगड़ गयी।
स्वरूप ने कहा कि आतंकवाद मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे जघन्य रूप है और इसे इसी रूप में देखा जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि इस दौरान बड़ी संख्या में भारतीय सुरक्षा बल हताहत हुए हैं जो इस बात को बताता है कि सुरक्षा बलों ने काफी संयम बरता है ।
स्वरूप ने कहा कि जहां तक कश्मीर और बलूचिस्तान में स्थिति की जांच के लिए बाहरी दल को इजाजत दिये जाने का सवाल है, भारत का मजबूती से यह मानना है कि कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की स्थिति की तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार है जबकि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थोपी हुई सरकार है। जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र न्यायपालिका, सक्रिय मीडिया और गतिशील नागरिक समाज है जबकि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर दुनिया भर में आतंकवाद का निर्यात करने का गढ़ बन गया है ।
स्वरुप ने कहा कि स्थिति की जांच के लिए बाहरी दल बुलाने पर सर्वदलीय बैठक में चर्चा हुई थी लेकिन सर्वसम्मति से यह राय बनी कि भारतीय लोकतंत्र में ऐसे प्रावधान हैं जिनसे इस समस्या का समाधान संभव है। इसके बाद एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर की यात्रा की। उन्होंने कहा कि आतंकवादी वारदातों के बावजूद सरकार स्थिति को जल्द सामान्य बनाने में जुटी है ।