मेहनत करने में कोई कमी नहीं रखेंगे तो ईश्वर उसका फल देने में भी कोई कमी नहीं रखेंगे-डॉ. स्मिता शर्मा
बिना मेहनत के जय-जयकार नहीं होती
रतलाम १३ फरवरी(इ खबरटुडे)। मेहनत करने वाले की कभी हार नहीं होती और बिना मेहनत के जय-जयकार भी नहीं होती. बच्चे अपने जीवन में मेहनत का महत्त्व समझे. इसी भावना को लेकर बाल संस्कार केंद्र पर बच्चों को जीवन के प्रारम्भिक दौर से ही पुरुषार्थी और परिश्रमी बनने के संस्कार दिए गए.डॉ.डी.एन.पचौरी सभागृह पर आयोजित कार्यक्रम में संस्था अध्यक्षा डॉ. स्मिता शर्मा ने कहा कि मेहनत ही हमारे जीवन में सफलता का मंत्र है. बच्चे पुरुषार्थी और परिश्रमी बने, इसके लिए उन्हें इसका महत्व समझाना बेहद आवश्यक है. जो मेहनत करेगा, वो हमेशा आगे बड़ेगा और जो मेहनत से खुद को बचाएगा, उसे असफलता अपना शिकार बनाएगी. किसी भी कार्य की सफलता किये गए पुरुषार्थ पर ही निर्भर करती है. हम अपनी ओर से मेहनत करने में कोई कमी नहीं रखेंगे तो ईश्वर उसका फल देने में भी कोई कमी नहीं रखेंगे.
इस मौके पर बच्चों को मेहनत का किस तरफ फल मिलता है? यह समझाने के लिए लघु नाटिका का मंचन भी बच्चों ने किया. इस अवसर पर श्रीमती किरण शर्मा, सुदर्शी वर्मा, साधना तिवारी, सुशीला बोथरा, स्नेहलता धाकड़ आदि सदस्याएं उपस्थित रही. संचालन नीता केलवा ने किया.