माखनसिंहजी ने सिंहस्थ कार्यालय में साधु-सन्तों से चर्चा की
उज्जैन05 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष माखनसिंह ने आज शुक्रवार को सिंहस्थ कार्यालय में आये साधु-सन्तों से चर्चा की। इस दौरान माखनसिंह ने उनसे मिलनेआये सन्तों-महन्तों से सिंहस्थ के दौरान अखाड़ों और अन्य स्थानों पर किये जाने वाले कार्यों पर विचार-विमर्श किया।
उन्होंने अधिकारियों को बुलवा कर साधु-सन्तों की अपेक्षाओं और आवश्यक कार्यों के बारे में दिशा-निर्देश दिये। अधिकारियों को समय-सीमा में सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
कार्यों को प्रतिदिन के अनुसार सूचीबद्ध किया जाये-माखनसिंह
माखनसिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि साधु-सन्तों के लिये किये जाने वाले कार्यों को प्रतिदिन के अनुसार सूचीबद्ध किया जाये। प्रत्येक दिन पूर्ण किये जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट नियमित रूप से दें। सिंहस्थ कार्यालय में आ रहे सन्तों और महन्तों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, साधु-सन्तों को चर्चा के लिये नियमित रूप से उनकी अपेक्षा अनुसार अधिकारी समय दें।
सिंहस्थ क्षेत्र में पहुंच कर अधिकारी कार्यों का निरीक्षण करें
इसके साथ ही साधु-सन्तों के सुझाव अनुसार सिंहस्थ क्षेत्र में पहुंच कर अधिकारी कार्यों का निरीक्षण करें।सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष माखनसिंह ने धर्म विज्ञान शोध ट्रस्ट का अवलोकन कियाउज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र में स्थापित धर्म विज्ञान शोध ट्रस्ट द्वारका का सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष माखनसिंह ने अवलोकन किया। यहां मंत्र आवृत्ति से गंभीर रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
संस्थान के स पूर्ण परिसर का अवलोकन करते हुए माखनसिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे परोपकार की दिशा में अच्छा कदम बताया। इस स्थान पर एक महामृत्युंजय पिरामिड भी निर्माणाधीन है, जिसमें प्रवेश करने पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, आयु की वृद्धि होगी। इस अवसर पर उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल एवं विभाष उपाध्याय भी मौजूद थे।
सिंहस्थ केन्द्रीय समिति अध्यक्ष माखनसिंह ने धर्म विज्ञान शोध ट्रस्ट में मौजूद व्यक्तियों से चर्चा करते हुए इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि यहां हिन्दू धर्म के तथ्यों और मान्यताओं, पर पराओं पर रिसर्च किया जाता है। यह एक त्वरिक प्रयोगशाला है। मंत्र आवृत्ति के जरिये गंभीर बीमारियों जैसे- डायबिटिज, ब्लड प्रेशर, मानसिक तनाव, ऊर्जा की कमी आदि बीमारियों का सफलतापूर्वक उपचार किया जा रहा है। इस दौरान शोध ट्रस्टप्रबंधक अमित माथुर भी उपस्थित थे।