माँ को सम्मान, बेटी को वात्सल्य मिला
बालिका-माता सम्मान समारोह आयोजित
रतलाम 14 जनवरी (इ खबरटुडे)। आज यहां जिला अस्पताल में आयोजित अपनी तरह के अनूठे कार्यक्रम बालिका माता सम्मान समारोह में ऐसी 18 नवप्रसूता माताओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने बेटियों को जन्म दिया था।स्वयं विधायक चैतन्य काश्यप एवं कलेक्टर राजीव दुबे ने माताओं को सम्मानित किया तथा उन्हें पौष्टिक मेवे व अन्य सामग्री तथा कम्बल प्रदान किए। इस मौके पर जननी सुरक्षा योजना के चैक, लाड़ली लक्ष्मी योजना के स्वीकृति पत्र तथा बेटियों के जन्म प्रमाण पत्र भी सौंपे गए।
कलेक्टर राजीव दुबे की पहल पर आरंभ हुआ बेटियों को जन्म देने वाली माताओं को सम्मानित किए जाने का यह यह अद्भुत एवं अद्वितीय कार्यक्रम नि:संदेह भ्रान्त सामाजिक धारणाओं के विपरीत होते हुए बेटियों को जन्म देने वाली माताओं को सम्बल और समर्थन प्रदान करने की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय संस्कृति में आज मकर संक्रान्ति का पर्व नई फसल के आगमन पर उसके अभिनंदन का पर्व है। इन अर्थों में यह जिजीविषा का पर्व है जिसकी नवजात बेटियों को जरूरत भी है। नई फसल नया जीवन देती है और फिर यह नया जीवन आने वाले दिनों में वसंत के उल्लास से भरपूर हो उठता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से नवप्रसूता माताओं को वसंत के उल्लास की आशा का संदेश जरूर मिलता है। इस कार्यक्रम की शुरूआत 14 सितम्बर 2012 को की गई थी। बीच के थोड़े अन्तराल को छोड़ दें तो तब से यह कार्यक्रम नित्य आयोजित किया जाता है।
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक चैतन्य काश्यप ने कलेक्टर श्री दुबे को इस अद्वितीय पहल का शिल्पकार होने के नाते बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि समाज में बेटियों को जन्म देने वाली माताओं का सम्मान हो और वे गौरव महसूस करें। श्री काश्यप ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व्दारा आरंभ किए गए बेटी बचाओ अभियान,लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं जननी सुरक्षा योजना का उल्लेख करते हुए जिला प्रशासन की पहल को सराहा। श्री काश्यप ने आशा व्यक्त की कि समाज के जागरूक लोग आगे आकर इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे और यह कार्यक्रम सफलता के नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि कलेक्टर श्री दुबे ने व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाकर मध्यप्रदेश सरकार व्दारा बेटियों की बेहतरी के लिए उठाए गए कदमों को बल दिया है। नगर विधायक ने प्रशासन की इस पहल को अनुकरणीय बताते हुए उम्मीद जताई की और लोग भी इस कार्यक्रम में भागीदारी के लिए आगे आएगे। उन्होंने स्वयं भी इस कार्यक्रम से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की।
इस अवसर पर कलेक्टर राजीव दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने निरन्तर बेटियों और महिलाओं की बेहतरी के लिए प्रयास किए हैं। रतलाम में समाज के संवेदनशील नागरिकों को साथ लेकर बेटियों के प्रति समाज के नजरिए में बदलाव लाने की मुख्यमंत्री की कोशिशों को और प्रभावी बनाने की दृष्टि से यह कार्यक्रम आरंभ किया गया है। कलेक्टर ने आशा व्यक्त की कि इस पुनीत कार्य में और लोग जुड़ेेंगे। जिससे इसे और प्रभावी स्वरूप दिया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि समारोह के पुनरारम्भ के मौके पर कलेक्टर ने व्यक्तिगत तौर पर इसके आयोजन में योग दिया।
इस मौके पर महेन्द्र गादिया ने माताओं को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने लक्ष्मी को जन्म दिया है।इसी रूप में माताओं को बेटियों का ध्यान रखना चाहिए।श्री गादिया ने अपील की कि इस पवित्र कार्य में मुक्त हस्त से योगदान देने के लिए आम नागरिक भी आगे आएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.पुष्पेन्द्र शर्मा ने जिला प्रशासन की इस पहल के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में एसडीएम सुनील झा,अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती ममता खेड़े, जिला महिला सशक्तीकरण अधिकारी प्रफुल्ल खत्री,श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव,पार्षद गोविन्द काकानी, सुशील मूणत,शब्बीर डासन, कैलाश जोशी,श्रीमती सुलोचना शर्मा,राजेश घोटीकर, राजेश रांका, अनिल झालानी, मनोहर पोरवाल,पार्षद श्रीमती शांता लाहौरी तथा विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री एहेतशाम अंसारी ने किया। पार्षद श्रीमती सीमा टांक ने आभार ज्ञापित किया।