November 15, 2024

महिदपुर तहसील रेत खनन माफियाओं के लिये चारागाह बनी

 शिकायत के बावजूद निरीक्षक ने नहीं की कार्रवाई,
उज्जैन\महिदपुर,10 फ़रवरी (इ खबरटुडे)।खनिज विभाग और खनन माफियाओं की सांठगांठ फिर उजागर हुई है। माफियाओं ने जिला अधिकारी के वायरल ग्रस्त होने और एक निरीक्षक के प्रशिक्षण पर होने का लाभ उठाया है। करीब 250 डपर रेती का अवैध रुप से संग्रहण किया गया है। शिकायत के बावजूद जिमेदार प्रभारी निरीक्षक कार्रवाई को तैयार नहीं हैं।

उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील रेत खनन माफियाओं के लिये चारागाह बनी हुई है। इस क्षेत्र में शिप्रा, कालीसिंध दोनों नदियों पर प्रचुर मात्रा में रेत का खनन तमाम नियमों को धता बताते हुए किया जाता है। विभागीय सांठगांठ के साथ खनन का यह कारोबार जोरदार तरीके से किया जा रहा है।
 2 लाख रुपये से अधिक का शासन को रायल्टी की हानि
 विभागीय नियम के विपरीत ग्राम बोलखेड़ा घाट में शासन की रायल्टी चोरी कर रेत का अवैध खनन करते हुए इसका संग्रहण किया जा रहा है। बोलखेड़ा घाट में कालीसिंध नदी की अवैध खनन की गई रेती के करीब ढाई ड पर रेती का अवैध संग्रहण परिवहन के लिये किया गया है। रेती के प्रति डपर 825 रुपये रायल्टी के रुप में शासन को प्राप्त होते हैं। इस मान से करीब 2 लाख रुपये से अधिक का शासन को रायल्टी की हानि संग्रहित की गई अवैध परिवहन के लिये रखी रेती से होगा।
 खास बात तो यह है कि अवैध संग्रह ग्राम झारडा-आलोट मार्ग पर स्थित कालीसिंध नदी के किनारे बसे ग्राम बोलखेड़ा घाट में किये जाने की जानकारी विभाग को होने के बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शिकायतकर्ता को मार्क करवाने का सुझावअवैध खनन की गई रेती के संग्रहण को लेकर जिला खनिज कार्यालय में शिकायत हुई है। शिकायतकर्ता को कार्यालय के लिपिक ने शिकायत देखने के साथ ही अधिकारी से मार्क करवाकर लाने के लिये सुझाव दे दिया। सवाल तो यह उठता है कि शिकायत पर मार्क करने की नई प्रथा किस हिसाब से और क्यों बताई गई? प्रावधान के मुताबिक आगंतुक आवेदक को सीधे-सीधे दस्तावेज शिकायत, आवेदन लेकर आवक-जावक में पंजी करते हुए सील लगाकर प्राप्ति दी जाती है। मैं वायरल से ग्रसित हूं। बेड रेस्ट कर रहा हूं। जिमेदार निरीक्षक को बताता हूं। –
 एम.एस. खतेडिय़ा, जिला खनिज अधिकारी, उज्जैनमैं भोपाल में प्रशिक्षण पर हूं। मेरे स्थान पर महिला निरीक्षक के पास जिमेदारी है। कार्रवाई के लिये अमला चाहिये रहता है। राजस्व और पुलिस का अमला जरुरी है।

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