November 22, 2024

महामना जन्मदिवस पर अवार्ड समारोह सम्पन्न

महामना की महानता शब्दों से परे – संत सुधांशु महाराज

नई दिल्ली,31 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महामना मदन मोहन मालवीय जिनका जन्म 25 दिसंबर, 1861 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। देश को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी जैसा संस्थान देने वाले मालवीय जी के जीवन के कई रोचक किस्से हैं । साल 1884 में उन्होंने बीए की डिग्री हासिल की और उसी साल मिर्जापुर में कुंदन देवी से शादी भी कर ली, शुरुआत उस संस्थान से, जिसके नाम से लोग महामना मदन मोहन मालवीय को जानते हैं। मालवीय जी ने बीएचयू जैसे संस्थान के सपने को हकीकत में बदलने के लिए बहुत कठिन मेहनत की। जब उन्होंने यूनिवर्सिटी खोलने के लिए हैदराबाद के निजाम से आर्थिक मदद मांगी, तो उन्होंने मदद देने से इनकार कर दिया। फिर उन्होंने निजाम से चंदा वसूलने की एक तरकीब सोची। कहा जाता है कि जब वे वापस लौट रहे थे, तो निजाम की चप्पल उठाकर ले गए और बाजार में बेचने की कोशिश करने लगे। जब निजाम को इस बात की भनक लगी, तो उन्होंने भी चप्पल की बोली लगाई और उसे बड़ी रकम देकर खरीदा। बनारस हिंदू युनिवर्सिटी की स्थापना 1916 में हुई। वह 20 साल तक बीएचयू के वाइस चांसलर भी रहे। साथ ही साल 1924 से 1946 तक ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के चेयरमैन भी रहे।

2015 में भारत सरकार ने महामना मदन मोहन मालवीय को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया था। उस वक्त राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में मालवीय के परिजनों को भारत रत्न प्रदान किया था। बता दें कि ’सत्यमेव जयते’ नारे को भी मालवीय जी ने ही लोकप्रिय बनाया था।

भारत रत्न महामना के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में ही राष्ट्र समाज समूह नई दिल्ली द्वारा सामाजिक उत्थान में लगी शख्सियतों को सम्मान से नवाजा गया। कार्यक्रम स्थनीय कोंस्टीटूशनल क्लब में आयोजित किया गया, कार्यक्रम का मुख्य आतिथ्य व पावन सानिध्य प्रसिद्ध संत सुधांशु जी महाराज द्वारा प्रदान किया गया. कार्यक्रम में पर्यावरण चेतना व संरक्षण के क्षेत्र में दो दशकों से सक्रिय पत्रकार श्री रमेश मिश्रा चंचल को सर्वप्रथम श्री सुधांशु महाराज द्वता सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अपने अपने क्षेत्र में अन्य वैयक्तियो को भी सम्मानित किया गया जिसमे पी वी रमेश सीएमडी आरईसी, डॉक्टर अनूप मित्तल सीएमडी एनबीसीसी, श्री केदारनाथ अग्रवाल चेयरमैन बीकानेर ग्रुप, श्री दीपक अग्रवाल चेयरमैन कॉन्टिनेंटल मिलकोस ग्रुप, श्री अशोक शर्मा ज्योतिषाचार्य, श्री राकेश आहूजा विश्व जाग्रति मंच, श्री पंकज जेसवानी बॉलीवुड सिंगर, श्रीमती पूनम सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर, श्रीमती तृप्ता शर्मा संस्कार चेतना ट्रस्ट, श्री संतोष त्रिपाठी अलाहबाद हाई कोर्ट अधिवक्ता, श्रीमती डॉ संतोष गुप्ता समाजसेविका, श्रीमती डॉ अंजना रानी गर्ग विभागाध्यक्ष लोक प्रशासन विभाग एमडीयू रोहतक, पंडित देव व्रत शुक्ल सनातन धर्म सभा एवं श्री प्रदीप अग्रवाल इन्शुरन्स कंसल्टेंट शामिल रहे.

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