December 26, 2024

मन महेश रुप में दर्शन देंगे बाबा महाकाल

mahakalsawari

आज पहली सवारी को लेकर उल्लास, कावड़ यात्रियों के कारण एक घंटे महाकाल में अफरा-तफरी का माहौल

उज्जैन,3 अगस्त (इ खबरटुडे)। श्रावण भादौ मास अंतर्गत बाबा महाकाल की पहली सवारी आज सोमवार को सायं 4 बजे महाकाल मंदिर से निकलेगी। सवारी में पालकी पूजन कर बाबा महाकाल मनमहेश रूप में शिप्रा के रामघाट पहुंचेंगे।
इधर रविवार को महर्षि उत्तम स्वामी के साथ कावड़ यात्रा में शामिल होने आये श्रध्दालु को काफी धक्का मूक्की के बीच बाबा महाकाल को जल चढ़ाना पड़ा। करीब एक घंटे अफरा तफरी का माहौल बना रहा। नंदी गृह से दर्शन करने वाले श्रध्दालुओं ने भी काफी चिल्लापुकार मचाई किेंतु मामला भाजपा के हाईप्रोफाईल नेताओं से जुड़ा था इसलिये मंदिर समिति के अधिकारियों ने भी कोई हस्तक्षेप नहीं किया।
आज निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी महाकाल मंदिर से रामघाट पहुंचेगी। यहां शिप्रा पूजन पश्चात सवारी काफिला रामानुज कोट, कार्तिक चौक, ढाबा रोड, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगा। प्रशासन के लिये सबसे अधिक चुनौती रामघाट झोन में आम श्रध्दालुओं और वीआईपी लोगों के प्रवेश को लेकर रहती है। तीन स्तर की बेरिकेटिंग व्यवस्था के बावजूद रामघाट पर बड़ी संख्या में नेता अधिकारियों के परिजन जा पहुचते हैं जबकि आम श्रध्दालुओं को दोपहर 2 बजे से ही रामघाट सवारी स्थल क्षेत्र से खदेड़ना शुरू कर दिया जाता है।
बाबा महाकालेश्वर की सवारी की झलक पाने के लिये श्रध्दालु सवारी मार्ग के दोनों किनारों पर दोपहर से ही जमा हो जाते हैं तथा पालकी जहां जहां से गुजरती है वहां वहीं पुष्पवर्षा कर अधिपति बाबा महाकाल की अगवानी की जाती है। सवारी मार्ग पर रविवार शाम से ही बेरिकेट्स के जरिये सुरक्षित किये जाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया। सवारी मार्ग का संधारण भी तेजी से कराया जा रहा है।
श्रावण मास के दूसरे दिन रविवार को भी शिव नगरी में बाबा महाकाल सहित विभिन्न चौरासी महादेव मंदिरों और शिवालयों में शिवभक्ति  के नजारे दिखाई दे रहे हैं। अल सुबह से भोलेनाथ को जल चढ़ाने, बिल्वपत्र, धतुरा आंकड़ा चढ़ाते हुए भक्ति की जा रही है। वहीं व्रत, उपवास के साथ एक माह की आराधना शुरू हो गई है। सुबह 3 बजे बाबा महाकाल के कपाट खुले इसके पश्चात सुबह मंगलाजल समर्पित कर श्रावण मास का पूजन अर्चन शुरू किया गया। भस्मार्ती के पश्चात बाबा महाकाल ने निराकार रूप में दर्शन दिये। शाम को 5 बजे बाबा महाकाल का भांग का श्रृंगार किया गया। बाबा की अद्भुत श्रवि निहारकर भक्तगण धन्य हो गये। वहीं रात को श्रावण भादौ उत्सव अंतर्गत प्रवीण आर्य की ब्रह्मनाद प्रस्तुति हुई। वहीं अर्चना तिवारी का शास्त्रीय गायन तथा सुश्री रागिनी मक्खर की कत्थक नृत्य प्रस्तुति दी।
इधर श्रावण मास की पहली कावड़ यात्रा रविवार को महाकाल मंदिर पहुंची। महर्षि उत्तम स्वामी के सान्निध्य में निकली समर्पण कावड़ यात्रा सुबह 8 बजे त्रिवेणी संगम से प्रारंभ हुई। यात्रा में बड़ी संख्या में महिला एवं पुरूष शामिल थे। यात्रा में बैंड, ढोल, शंख, नगाड़े, डीजे, अश्वदल, केसरिया पताका के साथ नाचते गाते लोग यात्रा का आनंद लेते हुए निकले। सबसे पहले सुबह 8 बजे त्रिवेणी संगम पर शनि महाराज का अभिषेक किया गया। तत्पश्चात यहां से शिप्रा का जल लेकर कावड़ यात्रा प्रारंभ हुई। कावड़ यात्रा में समर्पण सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष तपन भौमिक, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, अनिल जैन कालूहेड़ा, राकेश अग्रवाल, ओम जैन, विजय जायसवाल शामिल थे। यात्रा में जवासिया, नवाखेड़ा, राघौपिपल्या, निनौरा, चिंतामण, लेकोड़ा, दाउद खेड़ी, सांवराखेड़ी सहित जिले भर से श्रध्दालु शामिल हुए। यात्रा शनि मंदिर से प्रारंभ होकर महामृत्युंजय द्वार, नानाखेड़ा, तीन बत्ती चौराहा होती हुई टॉवर पहुंची। टॉवर पर महर्षि उत्तम स्वामी ने प्रवचन दिये। प्रवचन के पश्चात यात्रा चामुंडा माता चौराहा, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा, कंठाल, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होती हुई महाकाल मंदिर पहुंची।

आज ढाई बजे से खुलें बाबा के कपाट

श्रावण मास के पहले सोमवार को आज बाबा महाकालेश्वर के कपाट मध्य रात्रि 2.30 बजे खुल जायेंगे।  सामान्य दिनों से करीब डेढ़ घंटा पूर्व मंदिर खुल जायेगा और भस्मार्ती के बाद से ही लगातार दर्शनों का सिलसिला प्रारंभ होगा। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को समिति की और से ढाई बजे कपाट खोलने की व्यवस्था की गई है वहीं शनिवार से लेकर सोमवार तक मंदिर गर्भगृह में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रखा गया है ताकि आम श्रध्दालुओं को दर्शन हो सके। मंदिर समिति की और से कावड़ा यात्रियों के लिये पृथक व्यवस्था की भी तैयार की गई है जिसका असर रविवार की व्यवस्थाओं पर दिखाई पड़ा बड़ी संख्या में कांवड़ यात्रि उत्तम स्वामी महाराज के साथ मंदिर गर्भ गृह में जा पहुंचे और एक घंटा सामान्य दर्शनार्थियों को परेशानियों का सामना करना पडा।

2 किलो चांदी का दान

महाकालेश्वर मंदिर में सिहंस्थ पूर्व गर्भगृह रजतीकरण का कार्य करवाया जा रहा है। इसके लिये रविवार को भी अलग अलग 6 श्रध्दालुओं ने करीब 2 किलो चांदी का दान किया। साढे 4 क्वींटल चांदी इस कार्य में लगना है और मंदिर समिति को अब तक 3 क्वींटल 41 किलो चांदी का दान प्राप्त हो गया है।

महाकाल सवारी के लिये यह रहेगी व्यवस्था

भगवान श्री महाकालेश्वर की सावन माह की प्रथम सवारी महाकाल मंदिर से निकलकर शहर के प्रमुख मार्गो से वापस महाकाल मंदिर पहुंचेगी। जिसमे हजारो की संख्या मे श्रृद्वालु  महाकाल मंदिर दर्शन, सवारी दर्शन लाभ हेतु उजैन आयगे । इस दौरान शहर की मार्गव्यवस्था एवं पार्किंग व्यवस्था निम्नानुसार रहेगी। कृपया असुविधा से बचने के लिऐ निम्नांकित मार्गों एवं पार्किगं स्थलो का उपयोग करे। यह व्यवस्था 3अगस्त के प्रात: 8 बजे से रात्रि 9 बजे तक प्रभावशील रहेगी।
1- इंदौर देवास मक्सी की ओर से आने वाले समस्त चार पहिया वाहन हरिफाटक ब्रिज से होते हुए वैधशाला होते हुए रेल्वे ब्रिज लालपुल बडनगर रोड नृसिहं घाट मार्ग होते हुऐ नृसिहं घाट मैन रोड पर पार्क हो सकेंगे एवं बस, ट्रैक्टर, आयशर वाहन हरिफाटक ब्रिज के नीचे अथवा कार्तिक मेला ग्राउडं में पार्क हाेंगे। इसी मार्ग से आ जा सकेंगे। हरिफाटक टी से महाकाल मंदिर तक सभी प्रकार के  वाहन प्रतिबंधित रहेगे।
2- महाकाल मंदिर  दर्शन करने वाले श्रध्दालुगण चार पहिया वाहन हरिफाटक चौराहा, चार भुजा (हरिफाटक टी) से देवता कालोनी चौराहा होकर जयसिहंपुरा चौराहा से नृसिहं घाट पर पार्किगं कर सकेंगे। दो पहिया वाहन चार धाम मंदिर पर पार्किगं कर सकेंगे।
3- व्ही.व्ही.आई.पी. एवं व्ही.आई.पी. मार्ग हरिफाटक चौराहे , हरिफाटक चार भुजा , बेगमबाग चौराहा से यादव धर्मशाला पार्किगं एवं सरस्वती शिशु विद्यालय पर वाहन पार्क कर सकेंगे। इसी मार्ग से वापस आ-जा भी सकेगे।
4- बडनगर, रतलाम , आगर रोड की ओर से आने वाले समस्त वाहनो की पार्किगं कार्तिक मेला ग्राउडं पर रहेगी। सिंहस्थ द्वार एवं चक्रतीर्थ टर्निगं ,दानीगेट चौराहा से दो पहिया वाहन को छोडकर महाकाल मंदिर तरफ सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
5- उन्हेल नागदा खाचरौद से आने वाले वाहन खाक चौक जूना सोमवारिया बडा पुल होते हुऐ कार्तिक मेला ग्राउडं मे पार्क हो सकेगे।
6- दौलतगजं चौराहा से लोहे के पुल तक सवारी वाहन आ सकेगे और लोहे के पुल से सभी प्रकार के वाहन महाकाल घाटी के लिऐ प्रतिबंधित रहेंगे।
7- तेलीवाडा चौराहा से लोहे के पुल तक सवारी वाहन आ सकेगे और लोहे के पुल से सभी प्रकार के वाहन महाकाल घाटी के लिऐ प्रतिबंधित रहेंगे।
8- गोपाल मंदिर से गुदरी पटनी बाजार , महाकाल घाटी के लिए चार पहिया वाहन एवं तीन पहिया
प्रतिबंधित रहेंगे।
9- कंठाल से छत्रीचौक की ओर चार पहिया तीन पहिया वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
10- भार्गव तिराहा से टंकी चौक की ओर सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
11- सिंहस्थ द्वार छोटी रपट से दानीगेट की ओर सभी प्रकार के प्रतिबंधित रहेंगे।
12- हरसिद्धि माता चौराहे से महाकाल मंदिर की ओर समस्थ वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
भगवान श्री महाकालेश्वर की सावन माह की प्रथम सवारी एवं सावन सोमवार पर सवारी व्यवस्था एवं मंदिर व्यवस्था हेतु पुलिस अधीक्षक उज्जैन मनोहर वर्मा द्वारा पुलिस बल को ब्रीफ किया गया। डयूटी हेतु लगभग 650 पुलिस अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित थे।

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