मन की बात: PM ने विकलांगों को दिया नया नाम दिव्यांग, बोले- 16 से शुरू होगा स्टार्ट अप इंडिया
नई दिल्ली,27दिसम्बर(इ खबरटुडे)।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल 2015 की आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. मोदी ने मन की बात में स्टार्ट अप इंडिया की बात करते हुए कहा कि 16 जनवरी से स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत देशवासियों को क्रिसमस और नए साल की बधाई देकर की.
उन्होंने कहा भारत विविधताओं से भरा देश है जहां अनंत त्योहार मनाए जाते हैं. प्रधानमंत्री ने एक चिट्ठी का जिक्र किया जिसमें पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता बरतने की अपील की गई थी. मोदी ने इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि जब हम मेहमान को भगवान मानते हैं तो पर्यटन स्थलों की सफाई भी उसी सोच के साथ की जानी चाहिए.
स्टार्ट अप इंडिया-स्टैंड अप इंडिया: मोदी ने कहा कि मैंने इसका जिक्र 15 अगस्त को लाल किले से किया था. हमें यह सोचना होगा कि क्या भारत स्टार्ट अप कैपिटल बन सकता है. मोदी ने बताया कि 16 जनवरी को स्टार्ट अप-स्टैंड अप इंडिया कार्यक्रम का खाका तैयार किया जाएगा. इसमें आईआईटी, आईआईएम आदि संस्थानों के लोग भी जुड़ेंगे. मोदी ने कहा कि स्टार्ट अप केवल तकनीकी क्षेत्र के लिए ही नहीं है. हर क्षेत्र में स्टार्ट अप शुरू किया जा सकता है. मोदी ने आग्रह किया कि देश के हर हिस्से में स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकारों से भी इस बारे में आग्रह करूंगा ताकि यह केवल कुछ शहरों तक सीमित न रह जाए.
12 जनवरी से 16 जनवरी को नेशनल यूथ फेस्टिवल मनाया जाएगा
विवेकानंद जयंती पर यूथ फेस्टिवल: मोदी ने कहा, 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है. इस वर्ष 12 जनवरी से 16 जनवरी को नेशनल यूथ फेस्टिवल मनाया जाएगा. मोदी ने कहा कि उन्हें पता चला है कि इस कार्यक्रम में 10 हजार से ज्यादा युवा नजर आएंगे. मोदी ने इस यूथ फेस्टिवल पर लोगों से सुझाव मांगे. उन्होंने लोगों को नरेंद्र मोदी एप्प पर यूथ फेस्टिवल से जुड़े सुझाव मांगे. इंटरनेशनल योगा डे पर मोदी ने कहा कि इससे भारत की ताकत का दुनिया को भी अंदाजा हुआ है. उन्होंने जनधन योजना की तारीफ करते हुए बताया कि जनधन योजना दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट कैश ट्रांसफर योजना है और इसका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज हो गया है.
विकलांग नहीं दिव्यांग
विकलांग्ता पर मोदी ने कहा कि परमात्मा ने जिसके शरीर में कुछ कमी दी होती है हम उसे विकलांग कहते हैं. लेकिन जब हम ऐसे व्यक्तियों से मिलते हैं तो हमें पता चलता है कि उनकी एक शारीरिक क्षमता भले चली गई हो लेकिन उनमें दूसरी कोई ऐसी कुशलता होती है जो आम लोगों में नहीं होती. मोदी ने ऐसे लोगों के लिए विकलांग की जगह दिव्यांग शब्द इस्तेमाल करने की पैरवी की. मोदी ने कहा कि हम रेलवे, बस स्टैंड से लेकर तमाम सार्वजनिक जगहों पर इन लोगों के लिए सुविधापूर्ण बनाने पर ध्यान दें.
बाबा साहेब की जयंती पर याद करें कर्तव्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले साल संविधान निर्माता भीम राव अंबेडकर की 125 वीं जयंती है. संसद में भी दो दिनों तक संविधान पर चर्चा हुई. मोदी ने इस प्रयास की तारीफ करते हुए कहा कि हमें ऐसे प्रयासों को आगे बढ़ाना चाहिए. मोदी ने संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों के साथ-साथ उसमें बताए गए हमारे कर्तव्यों की भी याद दिलाई. मोदी ने 26 जनवरी और बाबा साहेब की 125 वीं जयंती पर कर्तव्य पर लोगों से निबंध, कविता, लेख लिखने का आग्रह किया. प्रधानमंत्री ने my gov वेबसाइट पर लोगों से नागरिक के कर्तव्य पर लेख और कविताएं भेजने का आग्रह किया.
कहानी दिलीप सिंह की
प्रधानमंत्री ने इस बार मध्य प्रदेश के एक सामान्य मजदूर दिलीप सिंह की कहानी सुनाई. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के सिरोहा गांव में दिलीप सिंह ने कहा कि गांव में अगर कोई शौचालय बनाने का सामान जुटा देता है तो वह इसे बनाने की मजदूरी नहीं लेंगे. इस तरह वह अपने गांव में 100 से अधिक शौचालय बनाए हैं. प्रधानमंत्री ने दिलीप सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे लोगों से समाज को प्रेरणा मिलती है.