मध्यप्रदेश में दिखे चमकी बुखार के लक्षण: 8 साल के बच्चे की बुखार से मौत की आशंका
खातेगांव,23जून (इ खबर टुडे)। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में कहर बरपा रहे चमकी बुखार की दस्तक खातेगांव तहसील में भी सुनाई दे रही है। यहां आठ साल के बच्चे की मौत हो गई, आशंका जताई जा रही है कि उसे चमकी बुखार था। डॉक्टरों का कहना है कि जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी। बुखार आने के बाद उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां से छुट्टी देने के कुछ देर बाद ही बच्चे ने दम तोड़ दिया।
खातेगांव तहसील के ग्राम जामनेर के असलम पिता इब्राहिम खान को शुक्रवार रात तेज बुखार आया था। परिजनों ने गांव के डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने असलम का साधारण इलाज कर दवाई दे दी। लेकिन असलम की तबीयत में सुबह तक कोई सुधार नहीं होने पर परिजन उसे खातेगांव सामुदायिक अस्पताल ले गए। यहां पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे इंदौर रैफर करने को कहा।
परिजन उसे हरदा लेकर आ गए। मरीज के मामा अलीम ने बताया कि हरदा शासकीय अस्पताल के डॉक्टर भी बीमारी नहीं समझ पाए। उन्होंने संसाधनों की कमी बताकर प्राइवेट अस्पताल में दिखाने को कहा। परिजनों के अनुसार निजी अस्पताल में दिखाने पर डॉक्टर ने खून के नमूनों की जांच कर बताया कि उसे दिमागी बुखार ‘चमकी’ हो सकता है। उन्होंने तुरंत इंदौर ले जाने की सलाह दी।
गरीबी से पीड़ित परिवार उसे इंदौर ना ले जाते हुए वापस घर ग्राम जामनेर ले आया। इस बात की खबर ग्राम जामनेर के पूर्व सरपंच व कांग्रेस नेता मनीष पटेल को लगी तो वे कन्नौद जनपद अध्यक्ष ओम पटेल को लेकर असलम के घर पहुंचे। दोनों ने परिजनों को समझाया और खातेगांव शासकीय अस्पताल लाए। यहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रैफर किया। परिजनों ने पैसों की कमी के चलते इंदौर जाने में असमर्थता जताई। पूर्व सरपंच पटेल ने परिजनों को समझाया कि इंदौर के शासकीय अस्पताल में मुफ्त में अच्छा इलाज होगा।
पुष्टि नहीं कर सकते
इस संबंध में खातेगांव के शासकीय अस्पताल की डॉक्टर चंपा बघेल का कहना है कि मरीज को उल्टी-दस्त के साथ बुखार की शिकायत थी। वह रातभर उल्टी-दस्त से परेशान रहा। इस वजह उसके शरीर में पानी की कमी हुई, जिसके कारण उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी, लेकिन चमकी दिमागी बुखार से पीड़ित है इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। उसे बुखार तो था लेकिन वह चमकी बुखार है यह कहा नहीं जा सकता। यहां पर इस प्रकार के बुखार को जांचने के साधन उपलब्ध नहीं है।