मई तक आतंकियों पर कार्रवाई करें वरना झेलने होंगे आर्थिक प्रतिबंध : पाक वित्त सचिव
इस्लामाबाद,07 मार्च (इ खबरटुडे)। भारत और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की सिफारिशों को लागू करने के मामले में पाकिस्तान डरा हुआ है। पाकिस्तानी वित्त सचिव आरिफ अहमद खान ने अपनी ही सरकार को आगाह किया है कियदि एफएटीएफ के सख्त आर्थिक प्रतिबंधों से बचना है तो पाक को जल्द ही प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के खिलाफ कुछ सख्त कदम उठाने होंगे।वित्त सचिव खान का बयान ऐसे समय आया है, जब हाल में एफएटीएफ ने अपनी पेरिस बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं किया। हालांकि, पेरिस में हुई बैठक में भारत ने पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालने की पुरजोर वकालत की थी। खान लोक लेखा समिति (पीएसी) की एक उप समिति की बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। वित्त सचिव ने कहा कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की सिफारिशों को लागू करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे।
उन्होंने इस बात की आशंका जाहिर की है कि यदि एफएटीएफ की सिफारिशों को नजरअंदाज किया गया और लागू नहीं किया गया तो पाकिस्तान आर्थिक प्रतिबंधों का सामना कर सकता है। गौरतलब है कि एफएटीएफ दुनिया में आतंकवादी फंडिंग पर नजर रखने वाली एक संस्था है। भारत यह चाहता है कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में रखा जाए।
आतंकी हाफिज सईद के संगठन की कई संपत्तियां जब्त
पाकिस्तान ने मुंबई आतंकवादी हमले के सरगना हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा (जेडीयू) और इससे जुड़ी संस्था फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) से संबंधित कई मदरसों और उनकी संपत्ति को अपने कब्जे में ले लिया। अंग्रेजी अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपी) के तहत कानून लागू करने वाली एजेंसियों की ओर से शुरू की गई ताजा मुहिम के तहत प्रतिबंधित जमात और एफआईएफ से संबंधित मदरसों व संपत्ति को पाकिस्तान सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है।
पंजाब प्रांत के अतिरिक्त मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयुक्तों व संभागीय पुलिस प्रमुखों के साथ हुई बैठक के बाद चकवाल और अटक जिलों में बड़ी कार्रवाई की गई।