May 18, 2024

भ्रष्टाचार के झूठे प्रकरण में फंसाने पर लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक के खिलाफ शिकायत

रतलाम,1 जून (इ खबरटुडे)। षडयंत्र पूर्वक भ्रष्टाचार के झूठे प्रकरण में फंसाए जाने के बाद न्यायालय से दोषमुक्त हुए पूर्व सीएमएचओ डॉ.पुष्पेन्द्र शर्मा ने लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव की मप्र लोकायुक्त और पुलिस महानिदेशक को शिकायत की है। अपनी शिकायत में डॉ शर्मा ने कहा है कि पुलिस निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने षडयंत्र पूर्वक उन्हे झूठे प्रकरण में फंसाया था।
मध्य प्रदेश लोकायुक्त और पुलिस महानिदेशक को प्रेषित अपनी शिकायत में डॉ शर्मा ने बताया कि पुलिस निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने शिकायत कर्ताडॉ ऋतु वर्मा के साथ षडयंत्र कर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उन्हे रिश्वत लेने के झूठे प्ररण में फंसाया था,जबकि प्रकरण के विचारण के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विद्वान जिला न्यायाधीश ने दिनांक 29 फरवरी 2020 को उन्हे दोषमुक्त कर दिया। न्यायालय द्वारा दोषमुक्त किए जाने से भी यह स्पष्ट है कि डॉ. पुष्पेन्द्र शर्मा को झूठे ट्रेप प्रकरण में फंसाया गया था।
अपनी शिकायत में डॉ. पुष्पेन्द्र शर्मा ने उनके विरुद्ध किए गए षडयंत्र का सिलसिलेवार वर्णन करते हुए बताया है कि उन पर तीन लाख रु की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। रिश्वत की राशि में प्रयुक्त नोटों के सीरीयल नम्बर भी अभियोजन ने अपने आरोप पत्र में दर्शाए थे। अभियोजन के मतुाबिक उक्त सीरीयल नम्बर के नोटों को लेकर शिकायतकर्ता डॉ. ऋतु वर्मा कार से अपने पति के साथ लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन गई थी और फिर इन नोटों पर फिनाप्थलीन लगाया गया था। लेकिन विचारण के दौरान यह प्रमाणित हो गया था कि ना तो शिकायतकर्ता उज्जैन गई थी और ना ही रिश्ïवत की राशि के नोटों पर उज्जैन में फिनाप्थेलीन लगाया गया था। विचारण में यल प्रमाणित हुआ था कि रिश्वत वाले कथित नोट उसी दिन दोपहर को बैैंक और एटीएम से निकाले गए थे,जिस दिन डॉ शर्मा पर उक्त फर्जी प्रकरण दर्ज किया गया था। बैैंक कर्मियों की साक्ष्य से यह प्रमाणित हुआ था कि अभियोजन ने जिस समय उज्जैन में नोटों पर फिनाप्थलीन लगाने का दावा किया था,तब तक तो नोट बैैंक से निकाले ही नहीं गए थे।
डॉ पुष्पेन्द्र शर्मा ने अपनी शिकायत में कहा है कि इन प्रमाणों से यह स्पष्ट है कि लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने डॉ ऋतु वर्मा के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज बनाकर डॉ पुष्पेन्द्र शर्मा को झूठे प्रकरण में फंसाने का षडयंत्र किया था,जोकि पद का दुरुपयोग होकर गंभीर कदाचरण है। लोकायुक्त संगठन में पदस्थ पुलिस अधिकारी द्वारा किया गया कदाचरण का यह कृत्य लोकायुक्त संगठन की छबि को भी गंभीर क्षति पंहुचाने का दुष्कृत्य है।
डॉ.शर्मा ने म.प्र. लोकायुक्त एवं पुलिस महानिदेशक से निवेदन किया है कि वे ऐसे भ्रष्ट पुलिस अधिकारी के विरुद्ध कडी से कडी कार्यवाही करें।

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