भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे शहर एसडीएम सुनील झा का तबादला,भू अर्जन अधिकारी बना कर कुक्षी भेजा झा को
भोपाल/रतलाम,29 अप्रैल (इ खबरटुडे)। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे विवादित छबि के शहर एसडीएम सुनील झा को आखिरकार रतलाम से हटा दिया गया है। राज्य शासन ने श्री झा समेत राज्य प्रशासनिक सेवा के नौ अन्य अधिकारियों के स्थानान्तरण आदेश भी जारी किए है। श्री झा को कुक्षी में भू अर्जन अधिकारी बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि शहर एसडीएम सुनील झा अपनी विवादास्पद कार्यशैली को लेकर लम्बे समय से चर्चाओं में बने हुए थे। शहर की राजबाग कालोनी में नियम विरुध्द अनुमति जारी करने और ज्योति होटल के मामले में अवैधानिक तरीके से प्रकरण चलाने जैसे मामलों में उनका नाम चर्चाओं में रहा है। राजबाग कालोनी में शासकीय नाले को परिवर्तित करने और नाले पर से सड़क बनाने की अनुमति दिए जाने के मामले में जिला प्रशासन द्वारा जांच भी की जा रही है। इसी तरह श्री झा ने ज्योति होटल की लाज समाप्ति के मामले में हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद अवैधानिक तरीके से अपने न्यायालय में सुनवाई करके होटल संचालक को अनुचित लाभ पंहुचाया था। शहर एसडीएम के रुप में उनका पूरा कार्यकाल संदेह के घेरे में रहा और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे। उनके कार्यकाल के अनेक मामलों की जांच भी जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। श्री झा पर नलकूप खनन की अनुमति देने में भी भारी भ्रष्टाचार करने के आरोप लगते रहे हैं।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक उनकी विवादित छबि के चलते ही उनकी सेवाएं नर्मदा घाटी विकास विभाग को सौंपते हुए उन्हे भू अर्जन एवं पुनर्वास अधिकारी के रुप में कुक्षी भेजा जा रहा है। रतलाम जैसे शहर में सिटी एसडीएम जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहने के बाद इस तरह की महत्वहीन नियुक्ति को उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से जोडकर देखा जा रहा है।
दस अधिकारी स्थानांतरित
राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने श्री झा के अतिरिक्त प्रदेश के नौ अन्य अधिकारियों के स्थानान्तरण आदेश भी आज जारी किए है। आज जारी आदेश के मुताबिक रामप्रसाद गेहलोत धार से उज्जैन,जेपी सचान को हरदा से बडवानी,अभयसिंह ओहरिया को धार से बडवानी,श्रीमती रंजना मुजाल्दे को आगर मालवा से मनावर जिला धार,श्रीमती रानी पासी को कटनी से भोपाल,सुमेर सिंह मुजाल्दे को बुरहानपुर से अलीराजपुर,सुश्री जानकी यादव को खण्डवा से कुक्षी जि.धार,सूरजपाल सिंह को खरगोन से अलीराजपुर तथा महेश कुमार बमनहा को उज्जैन से नरसिंहपुर स्थनान्तरित किया गया है।