भोजनशाला के लिए संतों को पेयजल के लिए दो हजार लीटर की टंकी देंगे
प्रभारी मंत्री के साथ ही उपसमिति अध्यक्षों ने भी बैठकें ली
उज्जैन,19 मार्च (इ खबरटुडे)।प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान मेला क्षेत्र के दो झोन में व्यवस्था देखी, संतों-अधिकारियों से चर्चा की। संतों के कैंपों में भोजन शाला में पेयजल व्यवस्था के लिए 2 हजार लीटर क्षमता वाली टंकियां उपलब्ध कराने के निर्देश के साथ ही अधिकारियों को आगाह किया कि साफ-सफाई में सजगता रखें, जो सफाईकर्मी लापरवाह दिखें उनका वेतन काटें।
प्रभारी मंत्री के दौरे के साथ ही विभिन्न उप समितियों की बैठकों का दौर भी जारी रहा। इन समितियों में लोगों को प्रतिनिधित्व देकर एक तरह से सरकार ने सिंहस्थ में सभी समाजों की भागीदारी बढ़ा दी है। त्रिवेणी जोन के सेक्टर आफिस में झोनल अधिकारियों से परिचय करने के पश्चात त्रिवेणी जोन की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सिंहस्थ में साफ-सफाई की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। जो सफाई कर्मचारी सफाई के लिये नहीं आ रहे हैं, उनका वेतन काटा जाए। उन्होंने जोनल आफिसर को निर्देश दिये कि सत्यापित होने के बाद ही वेतन दिया जाये। पेशवाई मार्ग पर किसी भी प्रकार की समस्याएं उत्पन्न न हो।
बैठक में जनप्रतिनधियों ने सुझाव दिया कि त्रिवेणी जोन में चार जागृत श्मशान हैं। सिंहस्थ के दौरान उन शमशानों पर जाने वाली शवयात्रा को दृष्टिगत रखते हुए योजना बनाई जाये, ताकि शवयात्रा श्मशान घाट तक आसानी से पहुंच सके।
पेयजल व्यवस्था मेला प्रशासन ही करेगा
सिंहस्थ अवधि के दौरान 24ङ्ग7 घंटे पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य मेला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। इससे पूर्व पेयजल के लिए मेला प्रशासन ने विभिन्न समाजों को प्याऊ स्थापित करने की अनुमति प्रदान की है। विश्रामगृह में आयोजित बैठक में प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कहा कि किसी के भरोसे पेयजल की व्यवस्था नहीं छोड़ सकते हैं। मेला क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्था मेला प्रशासन ही करेगा और इसके लिए 500 से अधिक प्याऊ लगाए जाएंगे। इसके अलावा जो समाज मेला क्षेत्र में प्याऊ स्थापित कर रहा है, उसका पूरा प्रंबंधन समाज के द्वारा ही किया जाए।
27 मार्च को उज्जैन आयेंगे मुख्यमंत्री
बैठक के पश्चात प्रभारी मंत्री अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त श्री नरेन्द्रगिरी से आशीर्वाद लेने उनके अखाड़े पहुंचे। यहां उन्होंने मेला क्षेत्र में निर्माण कार्यों, शौचालय, पेयजल आदि के सम्बन्ध में चर्चा की। प्रभारी मंत्री ने जानकारी दी कि 27 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान उज्जैन आयेंगे। प्रभारी मंत्री सिंह ने निर्वाणी अखाड़े पहुंच कर महन्त श्री धर्मदास से चर्चा की। विस्तृत चर्चा के दौरान श्रीमहन्त धर्मदासजी ने कहा कि उज्जैन में सिंहस्थ के मद्देनजर अभूतपूर्व निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। प्रयागराज और नासिक में भी निर्माण हुए हैं, मगर इस तरह स्थायी तौर पर उज्जैन में पहली बार दिखाई दे रहे हैं। केवल मेला क्षेत्र में ही निर्माण कार्य नहीं हुए हैं, इन दिनों उज्जैन शहर का सौंदर्य भी खूब निखर रहा है।