November 22, 2024

भेरुपाडा गैंग रेप-मुंह दबाकर नहीं बल्कि पानी में डुबोकर की थी बालिका की हत्या,प्रेस वार्ता में एसपी गौरव तिवारी ने किया खुलासा,पुलिस टीम को दस हजार का ईनाम:देखिये वीडियो

रतलाम,07 सितम्बर(इ खबरटुडे)। ग्राम भेरुपाडा में बालिका के साथ गैंग रैप करने के बाद आरोपियों ने उसे पानी में डुबो डुबो कर मारा था। तीनो आरोपी इक्कीस से तेईस वर्ष की आयु के होकर आपस में रिश्तेदार है। गैंग रेप काण्ड में उक्त खुलासा पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने प्रेस वार्ता के दौरान किया। मामले को त्वरित ढंग से सुलझाने वाली पुलिस टीम को दस हजार रु. का नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की गई है।
एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी श्री तिवारी ने बताया कि रविवार सुबल बालिका की लाश मिलने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने सूक्ष्मता से मामले की जांच की। पुलिस को सूचना मिली कि तीन संदिग्ध युवकों को शराब पीते हुए देखा गया था और बालिका के अपहरण के बाद से उक्त तीनों युवक गायब हो गए है। मृत बालिका किराना दुकान से चाय पत्ती शक्कर इत्यादि खरीद कर निकली थी और लापता हो गई थी। घटनास्थल के आसपास की बारीकी से जांच करने पर किराना दुकान से कुछ ही दूरी पर झाडियों में किराना सामान फेंका हुआ नजर आ गया था। इससे भी बालिका के साथ कुछ गलत होने की आशंका उत्पन्न हो गई थी।
पुलिस ने संदिग्ध युवकों को रात में ही गांव के बाहर एक खेत में से पकड लिया था। संदिग्ध युवकों से जब कडी पूछताछ की गई तो सारे घटनाक्रम पर से परदा हट गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे शराब पीकर आए थे और उन्होने किराना दुकान से घर जाने के दौरान बालिका का अपहरण कर लिया। बालिका को गांव के बाहर ले जाकर तीनों आरोपियों ने बारी बारी उसके साथ दुष्कृत्य किया और बाद में बालिका को पास के एक पानी भरे गड्ढे में डुबो डुबो कर मार दिया। बालिका की हत्या के बाद आरोपियों ने उसकी लाश मक्का के एक खेत में फेंक दी और गांव से फरार होने की फिराक में थे। लेकिन पुलिस की त्वरित कार्यवाही के चलते उनके गांव से फरार होने के पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ गए।
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि पकडे गए आरोपियों के नाम कालू पिता चैनसिंह निनामा,दिपला उर्फ दीपक पिता नाहर सिंह और रवि पिता रामसिंह निनामा है। तीनों ही ग्राम गुजरपाडा के निवासी है। तीनों की आयु इक्कीस से तेईस वर्ष के बीच होकर बेरोजगार है और ढोर चराते है। उक्त तीनों आरोपी आपस में चचेरे भाई है।


एसपी श्री तिवारी ने कहा कि अपराध की प्रकृति एवं गंभीरता को देखते हुए इसे जघन्य और सनसनीखेज अपराध के रुप में चिन्हित किया गया है। इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा,एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल,उपनीरीक्षक नागेश यादव,अनुराग यादव,केसी मालवीय,एएसआई गिरधारी लाल परमार,आरक्षक नीरज त्यागी और राजू मईडा को संयुक्त रुप से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। इस टीम को दस हजार रु. का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

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