भारत का एयर स्ट्राइकः PAK संसद में लगे इमरान खान शर्म करो के नारे
इस्लामाबाद ,26 फरवरी(इ खबरटुडे)। इंडियन एयरफोर्स ने मंगलवार तड़के सीमा पार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया. इसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, ट्रेनर, शीर्ष कमांडर और जेहादी मारे गए. इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश प्रमुख मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर शामिल है. विदेश सचिव विजय गोखले ने यह जानकारी दी. वहीं भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान में तनाव की स्थिति बनी हुई है और विपक्षी नेता प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रति नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. पाकिस्तान की संसद में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नारे लगे. संसद में पाकिस्तानी जनप्रतिनिधियों ने शर्म करो इमरान खान के नारे लगाए.
पाकिस्तान की संसद में मंगलवार को जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई सदन में इमरान खान शर्म करो के नारे गुंजने लगे. सदन में पाकिस्तान के नेताओं ने संयुक्त सत्र बुलाकर भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव पर चर्चा करने की मांग की है. इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी आपात बैठक बुलाई थी. बताया जा रहा था कि बैठक के बाद कुरैशी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात करेंगे और अधिकारियों के साथ सुरक्षा मुद्दों को लेकर उच्च स्तरीय चर्चा करेंगे. सूत्रों ने बताया कि कुरैशी ने अधिकारियों से विचार-विमर्श के लिए इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई है. पाकिस्तान सरकार का कहना है कि उसे उम्मीद थी कि भारत हमला करेगा और जवाबी कार्रवाई का उसके पास अधिकार है.
भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को तड़के सीमापार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए. इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर शामिल है. साथ ही गोखले ने यह भी कहा कि भारत सरकार आतंकवाद रूपी बुराई को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.
विदेश सचिव ने बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश-ए-मोहम्मद भारत में एक और आत्मघाती आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा है. उन्होंने कहा कि इस जानकारी के बाद सीमा के दूसरी ओर जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए गए.